VIDEO: पत्नी को गोद में उठाकर दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है बुजुर्ग
अमेठी। अति विशिष्ट जिले में शामिल अमेठी के अधिकारी खुद में ही मगन हैं। फरियादी फरियाद लेकर पहुंचाता है तो दूसरे का मामला बता वो अपना पल्ला झाड़ ले रहे हैं। मानों यहां के अफसरों ने योगी राज को बदनाम करने का ठीकरा उठा लिया हो। गोद में पत्नी को उठाए अधिकारियों के दरवाजे की खाक छान रहे इस बुज़ुर्ग की तस्वीर मानों यही कर रही हो।
दरअसल तस्वीरों में बुजुर्ग गोद में महिला को उठाकर रोते हुए दिखाई दे रहा है। ये महिला कोई और नहीं बल्कि उसी बुजुर्ग की पत्नी है जिसे लेकर वो अधिकारियों के ऑफिस के चक्कर काट रहा था। बुजुर्ग व उसकी पत्नी को गाँव के दबंग लोगों ने मारकर लहूलुहान किया था। लेकिन इसकी सुनने वाला कोई नहीं है। आपको बता दें कि मोहनगंज थाना क्षेत्र के पूरे शुकुलन भगीरथ गाँव में मुस्लिम समुदाय के कुछ दबंगों ने मुश्ताक की पत्नी और उनके परिवार के लोगों पर जमकर कहर ढहाया था। जिसमें मुश्ताक की पत्नी सफिया बनो के सर पर कुल्हाड़ी से वार कर बुरी तरह घायल कर दिया था, जिसमें सफिया की हालत गम्भीर हो गई थी।
पुलिस ने अपनी गर्दन बचाने के लिये मुकदमा दर्ज किया था लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई थी। उधर आए दिन दबंग पीड़ित को जान से मारने और मामले मे पैरवी न करने की धमकी दे रहे थे। गिरफ्तारी न होने और दबंग की धमकी से तंग आकर बुजुर्ग अपनी पत्नी को हाथ मे उठाकर अधिकारियों के ऑफिस पहुंचा। जहां अधिकारियों की बड़ी लापरवाही देखने को मिली, बुजुर्ग अपनी पत्नी को अचेत अवस्था मे गोद में लिए टहलता रहा थक गया तो उसे फर्श पर लिटा कर अपर जिला अधिकारी से गिड़गिता रहा। लेकिन साहब को न उस पर तरस आया और न ही फर्श पर पड़ी बुजुर्ग महिला की ओर उन्होंने देखा बल्कि दोनों को ये कहकर बाहर का रास्ता दिखा दिया कि ये पुलिस का मामला है। जब पीड़ित पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुँचा और अपर पुलिस अधीक्षक बीसी दुबे से आप बीती सुनाई तो मामला बढ़ते देख अपर पुलिस अधीक्षक ने गिरफ्तारी के आदेश दिये। साथ ही मामले मे अन्य धराओं को बढ़ाने के आदेश भी दिए।
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