इस बार की अंबेडकर जयंती होगी खास, हर दल 'बाबा' को अपना बनाने की जुगत में
इलाहाबाद। एससी एसटी एक्ट में संशोधन के आदेश के बाद पूरे भारत में जिस तरह से दलित संगठनों ने प्रदर्शन किया उसके बाद से ही यह तय हो गया है कि आगामी आम चुनाव में दलित वोटों की भूमिका निर्णायक साबित हो सकती है। ऐसे में दलितों के मसीहा कहे जाने वाले डॉक्टर भीम रामजी अंबेडकर की जयंती पर हर दल खुद को दलित हितैषी बता कर और दिखाकर अंबेडकर जयंती मनाने की तैयारी कर रही हैं। भाजपा, सपा, बसपा हर किसी ने अपने अपने तरीके से अंबेडकर जयंती मनाने का खाका तैयार कर लिया है और अपनी पूरी टीम को इस काम में लगा दिया है। लगभग हर दल ने जिला मुख्यालयों पर अंबेडकर जयंती के दिन विशेष आयोजन करने का फैसला किया है। वहीं, भाजपा सरकार ने अंबेडकर जयंती मनाने के लिए अलग से बजट तक आवंटित कर दिया है। भाजपा अंबेडकर जयंती के दिन से पूरे 1 महीने तक जश्न मनाएगी और गांव गांव केंद्र व राज्य की अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के लिये चलाए जा रहे कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जागरुकता करेगी।
भाजपा
सबसे
आगे
वर्तमान
में
परिस्थितियों
को
देखते
हुए
सबसे
ज्यादा
निशाने
पर
भाजपा
सरकार
है
ऐसे
में
भाजपा
सरकार
ही
सबसे
ज्यादा
प्रभावी
तौर
से
अंबेडकर
जयंती
मनाने
का
खाका
तैयार
कर
चुकी
है।
हर
जिला
मुख्यालय
पर
अंबेडकर
का
जन्मदिन
मनाया
जाएगा
और
इसके
लिए
हर
जिले
के
लिए
फंड
जारी
कर
दिया
गया
है।
कुल
26.58
लाख
रूपये
का
अंबेडकर
जयंती
मनाने
के
लिए
जारी
किए
गए
हैं
और
योगी
सरकार
इसके
द्वारा
यूपी
में
दलित
वोटों
को
साधने
का
सटीक
प्रयास
करेगी।
गांव
गांव
जाएंगे
भाजपा
के
बड़े
नेता
और
स्थानीय
नेतृत्व
अपने
जिले
के
ग्रामीण
इलाकों
में
सफर
करेंगे
और
लोगों
के
बीच
खासकर
दलितों
के
लिए
सरकार
की
चलाई
जा
रही
योजनाओं
के
बारे
में
जानकारी
देंगे।
14
अप्रैल
से
शुरू
होकर
लगातार
5
मई
तक
उनका
आयोजन
चलता
रहेगा
और
इस
आयोजन
से
एक
बार
फिर
से
दलित
वोटों
को
साधने
के
लिए
राजनीति
शुरू
होगी।
भाजपा
से
लेकर
सपा
बसपा
सभी
ने
अपनी
तैयारियां
कर
ली
है
और
14
अक्टूबर
से
इनकी
रणनीति
आगे
के
लिए
कूच
करेगी।
सपा
देगी
श्रद्धांजलि
समाजवादी
पार्टी
ने
14
अप्रैल
को
बाबा
साहब
की
जयंती
बड़े
स्तर
पर
मनाने
के
लिए
प्लान
तैयार
किया
है।
अंबेडकर
को
हर
जिले
में
श्रद्धांजलि
दी
जाएगी
और
लखनऊ
में
पार्टी
मुख्यालय
पर
समारोह
का
भी
आयोजन
होगा,
जिसमे
खुद
अखिलेश
यादव
शामिल
होंगे।
सपा
की
जिला
इकाइयों
को
अलग-अलग
जगह
पर
कार्यक्रम
आयोजित
करने
के
लिए
निर्देश
जारी
कर
दिया
गया
है।
इस
कार्यक्रम
में
कार्यकर्ताओं
को
बाबा
साहेब
के
कार्यों
के
बारे
में
विस्तार
से
बताया
जाएगा।
साथ
ही
अंबेडकर
पर
बनी
शॉर्ट
फिल्म
दिखाने
के
साथ
उनके
जीवन
पर
बनी
किताब
वितरित
की
जाएगी।
बसपा
धूमधाम
से
मनाएगी
उत्सव
बसपा
ने
अपने
सभी
जिला
कोआर्डिनेटरों
को
धूमधाम
से
अंबेडकर
जयंती
मनाने
को
कहा
है
और
इस
साल
का
आयोजन
पिछले
साल
की
तुलना
में
बड़े
पैमाने
पर
मनाया
जाएगा।
बसपा
बास
मायावती
गोमतीनगर
स्थित
परिवर्तन
स्थल
पर
आयोजित
कार्यक्रम
में
हिस्सा
लेंगी
और
लोकसभा
चुनावों
की
तैयारियों
के
मद्देनजर
एक
एक
कार्यकर्ता
को
कार्यक्रम
में
खींचेंगी।
फिलहाल
संभावना
यह
भी
है
कि
मायावती
व
अखिलेश
किसी
कार्यक्रम
में
मंच
भी
साझा
कर
लें।
कांग्रेस
का
दलित
सुरक्षा
अभियान
भीमराव
अंबेडकर
का
जन्मदिन
मनाने
में
इस
बार
कांग्रेस
भी
पीछे
नहीं
है।
वह
भी
14
अप्रैल
को
अपने
दलित
सुरक्षा
और
संविधान
बचाओ
सम्मेलन
का
समापन
करेंगी।
साथ
ही
जयंती
मनाने
के
लिए
हर
जिले
मुख्यालय
पर
धूमधाम
से
कार्यक्रम
का
आयोजन
करने
का
फरमान
जारी
किया
गया
है।
कानपुर
में
दलित
सुरक्षा
और
संविधान
बचाओ
सम्मेलन
का
समापन
करते
हुए
श्रद्धांजलि
समारोह
का
भी
आयोजन
किया
जाएगा।
जिसमे
कांग्रेस
की
दलित
ईकाई
पर
ही
पूरा
फोकस
होगा।
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