जान से मारने का डर लेकर राज्यपाल की चौखट पर गए अमर सिंह, दिए हत्या कर दिए जाने के सबूत
लखनऊ। राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने बुधवार रात राज्यपाल राम नाईक और सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस खबर के बाद से राजनीतिक गलियारों में सरगर्मियां तेज हो गई हैं। अमर सिंह लगातार अखिलेश और सपा पर लगातार हमले कर रहे है। इसके बाद अमर सिंह का यूपी सीएम और राज्यपाल से मिलना विपक्षियों के लिए गले की फांस बनती नजर आ रही है।
अमर सिंह ने बीती रात करीब शाम को राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात की। इसके बाद करीब नौ बजे सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ मुलाकात की। अमर सिंह ने राज्यपाल और सीएम योगी से मिलकर आजम खान की शिकायत करते हुए शिकायती पत्र सौंपा। अमर सिंह ने शिकायत पत्र के साथ ही सीडी और पीडी को सबूत के तौर पर जिसमें साफ साफ आजम खान ने क्या कहा है ये सब है। अमर सिंह ने इन सबूतों के आधार पर सीएम योगी और राज्यपाल से आजम खान के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है। इसके बदले में राज्यपाल ने उचित कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया।
आपको बता दें कि अमर सिंह ने प्रेस काफ्रेंस करके जमकर सपा और अखिलेश को कोसा था। इस दौरान अमर सिंह ने सपा के कद्दावार नेता आजम खान से अंडरवर्ड डॉन दाउद से संबध का आरोप लगाया था। इतना ही नहीं अमर सिंह ने खुली चुनौती देते हुए कहा था कि 30 तारीख को रामपुर आ रहा हूं जो करना है कर लें। तो दूसरी तरफ अखिलेश पर भी जमकर भड़ास निकाली थी। अमर सिंह ने कहा कि पिता के कहने पर भगवान राम ने राजगद्दी छोड़ जंगल का वनवास चुना था। बूढ़ा बाप मुलायम जंगल जाएगा और अखिलेश राज करेंगे।
आप
साधना
को
मां
और
प्रतीक
को
भाई
मानते
हैं?
सभी
को
पता
है
कि
अखिलेश
ने
अपने
पिता
मुलायम
के
साथ
क्या
सलूक
किया।
पिता
को
गद्दी
से
हटाकर
खुद
बैठ
गए।
कैकई
को
भी
राम
ने
मां
माना
और
भरत
को
भी
भाई
माना।
आप
साधना
को
मां
और
प्रतीक
को
भाई
मानते
हैं?
अखिलेश
को
मेरा
और
मुलायम
का
साथ
पसंद
नहीं
था।
मुझे
बाहरी
कहा
और
बताया
कि
मेरी
वजह
से
बाप
मुलायम
से
झगड़ा
होता
है
तो
मैंने
मुलायम
से
बात
करना
बंद
कर
दिया
आज
तक
बात
नहीं
करता।
प्रेस काफ्रेंस के दौरान अमर सिंह ने आजम खान पर वार करते हुए कहा था कि झूठे आजम खान के कई झूठ पर से पर्दा उठाने के लिए पेन ड्राइव लाया हूं। ये खोलेगा सारे झूठों पर से पर्दा। कहा कि मीडिया से अपील करता हूं वो इस पेन ड्राइव को सावर्जनिक करें ताकि जनता को सच्चाई का पता चले। अमर सिंह ने कहा कि अगर बलि देना चाहते हैं, बेशक दे दें। विरोध करना है तो विरोध करिए...न जाने कितनों की बलि चाहती है ये समाजवादी पार्टी। हत्या करानी है तो बेशक करा दे। मैं 30 तारीख को रामपुर पहुंच रहा हूं।
सपा
परिवार
में
बच्चों
के
बड़े
होने
पर
क्षेत्र
ढूंढ़ा
जाता
है
वहीं,
उन्होंने
एक
बार
फिर
से
समाजवादी
पार्टी
को
नमाजवादी
पार्टी
करार
देते
हुए
उस
पर
परिवारवाद
का
आरोप
लगाया
है।
उन्होंने
कहा
कि
लोहिया
जी
ने
पार्टी
में
अपने
परिवार
के
किसी
सदस्य
को
स्थान
नहीं
दिया
था
लेकिन
यहां
तो
पूरी
पार्टी
ही
परिवार
से
ही
भरी
पड़ी
है।
अमर
सिंह
ने
चुटीले
अंदाज
में
कहा
कि
जिस
तरह
बेटी
के
जवान
होने
पर
वर
ढूंढ़ा
जाता
है
वैसे
ही
सपा
परिवार
में
बच्चों
के
बड़े
होने
पर
क्षेत्र
ढूंढ़ा
जाता
है
कि
वो
कहां
से
चुनाव
लड़ेगा।
अमर सिंह ने आजम खां के बारे में कहा कि वो मुझे अवसरवादी कहता है। हां, मैं अवसरवादी हूं क्योंकि मेरी पत्नी राज्यसभा की सदस्य नहीं हैं। हां, मैं अवसरवादी हूं क्योंकि मैंने करोड़ों रुपये का घोटाला कर विश्वविद्यालय नहीं बनाया है। आजम खां का बेटा विधानसभा में है। अमर सिंह यहीं नहीं रुके कहा कि आजम खां, मुलायम सिंह यादव का राजनीतिक पुत्र है। अगर झूठ बोलने पर कोई शोध हो तो आजम को पुरस्कार मिलेगा।
अमर सिंह ने अखिलेश पर भी निशाना साधा और कहा कि पहले मुझ पर परिवार तोड़ने के आरोप लगते थे। अब तो मैं उनके परिवार का हिस्सा नहीं हूं अब एक क्यों नहीं हो जाते। उन्होंने प्रेस वार्ता के दौरान अखिलेश को कई बार नमाजवादी कहा। राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने बुधवार रात राज्यपाल राम नाईक और सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस खबर के बाद से राजनीतिक गलियारों में सरगर्मियां तेज हो गई है। अमर सिंह लगातार अखिलेश और सपा पर लगातार हमले कर रहे है। इसके बाद अमर सिंह का यूपी सीएम और राज्यपाल से मिलना विपक्षियों के लिए गले की फांस बनती नजर आ रही है।
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