वकील मर्डर केस में योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, इलाहाबाद के SSP का तबादला
यूपी के इलाहाबाद में दिन दहाड़े हुई वकील राजेश श्रीवास्तव की हत्या के मामले में कानून व्यवस्था पर उठे सवालों के बीच पुलिस कप्तान पर पहली गाज गिरी है।
नई दिल्ली। यूपी के इलाहाबाद में दिन दहाड़े हुई वकील राजेश श्रीवास्तव की हत्या के मामले में कानून व्यवस्था पर उठे सवालों के बीच पुलिस कप्तान पर पहली गाज गिरी है। यूपी सरकार ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए इलाहाबाद के एसएसपी आकाश कुलहरि का तबादला कर दिया है। आकाश कुलहरि के स्थान पर आगरा के एसपी रेलवे, नितिन तिवारी को इलाहाबाद का नया एसएसपी बनाया गया है। आकाश कुलहरि को मुख्यालय पुलिस महानिदेशक से सम्बद्ध कर दिया गया है।
वकील की दिनदहाड़े हत्या से हड़कंप
आपको बता दें कि शुक्रवार को इलाहाबाद में कर्नलगंज के मनमोहन पार्क इलाके में अपने घर से कचहरी जाते समय वकील राजेश श्रीवास्तव की अज्ञात बदमाशों ने दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी। वकील की दिनदहाड़े हत्या से इलाके में हड़कंप मच गया था। हत्या के बाद गुस्साए वकीलों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए डीएम ऑफिस के पास खड़ी एक बस में आग लगी दी।
एक आरोपी गिरफ्तार, दूसरे के लिए दबिश
वहीं, इस मामले में पुलिस ने कर्नलगंज थाने में नामजद मुकदमा दर्ज करने के बाद होटल व्यवसायी प्रदीप जायसवाल को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दूसरे नामजद आरोपी नगर निगम कर्मचारी कमल नागर की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। पुलिस का कहना है कि वरिष्ठ अधिकारी पूरी जांच प्रक्रिया की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। शुरुआती जांच में यह मामला होटल के विवाद से जुड़ा हुआ लग रहा है और पुलिस इसी दिशा में जांच कर रही है।
तो बच सकती थी वकील की जान
इस मामले में भीड़ का अमानवीय पहलू भी सामने आया। गोली लगने के बाद वकील राजेश श्रीवास्तव खून से लथपथ सड़क पर तड़पते रहे, लेकिन सैकड़ों की भीड़ में से कोई भी मदद के लिए आगे नहीं आया। लोग वीडियो बनाते रहे, अफसोस जताते रहे, कानून और सरकार पर सवाल उठाते रहे, लेकिन अधिवक्ता की जान बचाने के लिए खुद एक कदम आगे नहीं बढ़ा सके। उस समय खून से लथपथ वकील को अगर मदद पहुंचाई जाती और अस्पताल पहुंचाया जाता तो शायद जान बचाई जा सकती थी।
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