खेत में रेप करते युवक को देख लिया तो भाई-चाचा ने कर दी लड़की की हत्या
इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में 8 अप्रैल को करेली में हुई किशोरी की हत्या का खुलासा पुलिस ने किया है। पुलिस ने मृतका किशोरी के भाई, चाचा और गांव के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि किशोरी ऑनर किलिंग का शिकार हुई थी, लेकिन उससे पहले उसके साथ रेप भी हुआ था। पुलिस ने आरोपी भाई, चाचा को हत्या के आरोप में व सूरज सिंह को रेप और पॉक्सो एक्ट के तहत जेल भेज है।
ये था मामला
पुलिस के अनुसार, पड़ोस में ही रहने वाले एक युवक ने किशोरी के साथ कई बार रेप किया था और उसे बदनाम करने की धमकियां देकर उसका शारीरिक शोषण कर रहा था। घटना वाली रात भी उसने धमकी देकर किशोरी को बुलाया था और यह बात परिजनों को भी पता चल गई थी। रात में जिस वक्त आरोपी किशोरी के साथ जबरदस्ती कर रहा था, उसी समय किशोरी का भाई और चाचा मौके पर पहुंच गए। परिजनों को देख कर आरोपी युवक तो भाग निकला, लेकिन भाई और चाचा ने दुपट्टे से गला घोंटकर किशोरी की हत्या कर दी। शव को वही उसी हाल में ही छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने बताया कि सुबह जब लाश मिली तो शरीर पर कपड़ों की स्थिति व घटनास्थल का हाल देखकर किशोरी के साथ रेप के बाद हत्या की आशंका जताई जा रही थी। बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी रेप की पुष्टि हुई थी, जिसके बाद पुलिस की जांच इसी दिशा में है आगे बढ़ रही थी।
हत्या की सुलझी गुत्थी
पुलिस ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर जांच-पड़ताल शुरू की। पुलिस ने घटना की टाइमिंग के दौरान हुई फोन पर बातचीत वाले मोबाइल नंबरों का रिकॉर्ड खंगाला। इसमें एक नंबर से रात में कई बार कॉल हुई थी, शक होने पर इस नंबर को सर्विलांस पर लगाया गया और पड़ताल शुरू हुई तो पता चला यह नंबर किशोरी के पड़ोस के रहने वाले सूरज सिंह का था। गांव वालों से सूरज सिंह के बारे में पूछताछ की तो पता चला सूरज किशोरी पर बुरी नजर रखता था। पुलिस ने सूरज हिरासत में लेकर पूछताछ की तो घटना का खुलासा हुआ। सूरज ने पुलिस को बताया कि उसने कई बार किशोरी से संबंध बनाए थे और घटना वाली रात भी धमकी देकर उसे बुलाया था। बताया कि किशोरी के भाई और चाचा वहां पहुंच गए, जिसके बाद आरोपी वहां से भाग निकला। पुलिस के अनुसार, घटना के बाद व बहुत घबरा गया था और घर से फरार हो गया था।
ऑनर किलिंग की हुई शिकार
पुलिस ने घटना के तार को ऑनर किलिंग से जोड़ा और किशोरी के भाई दीपक और चाचा सुखलाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो हत्या की गुत्थी सुलझ गयी। पुलिस के अनुसार, 7 अप्रैल की रात किशोरी के घर से जाने के बाद उसे ढूंढते हुए दीपक और चाचा सुखलाल खेत की और गए। गोहटी करेंहदा गांव के पास किशोरी को दोनों ने आपत्तिजनक हालत में देखा तो गुस्से से तिलमिला उठे। सूरज तो मौका पाकर भाग निकला लेकिन किशोरी परिजनों के गुस्से की भेट चढ गई। किशोरी को जमकर पीटने के बाद उसके ही दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या कर दी।