इलाहाबाद हत्याकांड: वो विवाद जिसकी वजह से मारी गई गोली! बीजेपी नेता का हाथ होने की आशंका
इलाहाबाद। इलाहाबाद में हुए अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव हत्याकांड में पुलिस के हाथ कुछ अहम जानकारी लगी है। पता चला है कि एक होटल व्यवसाय के विवाद का पचड़ा ही इस वारदात की वजह बना है। होटल पर भाजपा के ही एक बड़े नेता की सरपरस्ती की भी जानकारी हाथ लगी है। चूंकि मामला सत्ता पक्ष से जुड़े एक बड़े भाजपा नेता के नाम से भी जुड़ा है, इसलिए पुलिस बहुत फूक फूंक कर कदम रख रही है और पुख्ता जानकारी व सुबूतों के बाद ही मामले से पर्दा हटायेगी। वहीं, पुलिस ने जिले की सीमाओं पर नाकाबंदी शुरू कर दी है और संबंधित थाना क्षेत्र के अधिकारी वाहनों की जांच व तलाशी कर रहे हैं। यह संभावना है कि गोली मारने के बाद कॉन्ट्रैक्ट किलर शहर की सीमा से बाहर नहीं जा सके होंगे और वह शहर के अंदर ही कहीं छुपे होंगे इसलिए शहर के बड़े चौराहों पर लगे सीसीटीवी फुटेज की कुछ घंटों की डिटेल भी इकट्ठा की जा रही है।
बढ़ चुका था विवाद
विश्वस्त पुलिस सूत्रों से पता चला है कि होटल के व्यवसाय को लेकर वकील राजेश श्रीवास्तव और होटल मालिक में काफी तनातनी चल रही थी। दोनों में कई बार विवाद भी हो चुका था और इस तरह की वारदात की संभावना बनी हुई थी। लेकिन, भाजपा नेता के दबाव के चलते राजेश श्रीवास्तव बैकफुट पर थे। परन्तु अपनी वकालत के दम पर दबाव बनाए हुए थे। मामले में जब कोई रास्ता नहीं निकला, तो राजेश श्रीवास्तव को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया गया।
कॉन्ट्रैक्ट किलर ने मारी गोली
पुलिस सूत्रों के अनुसार हत्या के लिए कॉन्ट्रैक्ट किलर बुलाए गए थे। कॉन्ट्रैक्ट किलर ने ही हत्या को अंजाम दिया है और उनमे एक शार्प शूटर भी है। जिसने चलती गाड़ी पर ही अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव को मौत की नींद सुला दी है। फिलहाल पुलिस की जांच बिजली की रफ्तार से चल रही है और कर्नाटक से आए मुख्यमंत्री के फोन के बाद अब 24 घंटे के अंदर इस मामले के खुलासे का भारी दबाव प्रशासनिक अफसरों पर है। खासकर जिस तरह से अधिवक्ताओं ने एसपी को हटाने की मांग की है ऐसे में हत्याकांड का खुलासा नहीं हुआ तो निश्चित तौर पर प्रशासनिक फेरबदल होना तय है।
उठाए जाएंगे होटल मालिक
फिलहाल पुलिस सूत्रों ने बताया कि होटल के मालिक पर शिकंजा कस उठा है और संभावना है कि पूछताछ के लिए वह उठाए भी जा सकते हैं। अब मामला इतना बढ़ चुका है और बड़े स्तर का हो चुका है कि अब तथाकथित भाजपा नेता की भी मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। पुलिस को बिना दबाव के काम करने व खुलासे के आर्डर है। इस मामले में थानाध्यक्ष कर्नलगंज ने बताया कि इसकी मॉनिटरिंग लगातार उच्च अधिकारी कर रहे हैं और इस बारे में अभी कोई अपडेट नहीं दी जा सकती है । घटनाक्रम की जांच चल रही है पूछताछ में कुछ नाम सामने आए हैं और कड़ियों को जोड़ा जा रहा है। उसके आधार पर ही जांच आगे बढ़ रही है। इस मामले का जल्द से जल्द खुलासा हो जाएगा।
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