डकैतों ने दो टीचरों का किया अपहरण, मांगी 5-5 लाख की फिरौती, जंगल में सर्च अभियान जारी
सर्विलांस के जरिए डकैतों की लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है।
इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में 2 शिक्षकों को डकैतों ने अगवा कर लिया है। डकैतों ने शिक्षकों के परिजनों से 5-5 लाख रुपए की फिरौती मांगी है। अपहरण की सूचना के बाद पुलिस ने जंगल में कॉम्बिंग शुरू कर दी है और सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक गोपेंद्र प्रताप खुद अपनी टीम के साथ जंगल में डकैतों की लोकेशन ट्रेस कर रहे हैं। हालांकि अभी तक बदमाश डकैतों का कोई पता नहीं चल सका है। बता दें की चित्रकूट के नया गांव की गुप्त गोदावरी के पास स्थित शासकीय विद्यालय के 2 शिक्षक फूल सिंह गौड और राम प्रताप पटेल शाम को घर लौट रहे थे। उसी वक्त डकैतों ने उनका अपहरण कर लिया। डकैतों ने शिक्षकों के घर पर फोन किया और 5-5 लाख रुपय की फिरौती मांगी है।
जंगल में उतरी टीम
पुलिस अधीक्षक गोपेंद्र और एएसपी बलवंत चौधरी अलग-अलग टीम जंगल में सर्च ऑपरेशन चला रही है। डोडा माफी से लेकर बहिलापुरवा और भरतकूप के पहाड़ों पर पुलिस टीम कॉम्बिंग कर रही है। सर्विलांस के जरिए डकैतों की लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। पुलिस का अनुमान है कि डकैत लगातार जंगल की ओर भाग रहे हैं और अब तक वो काफी अंदर अपने सुरक्षित ठिकानों की ओर पहुंच चुके होंगे।
अगवा चाचा-भतीजे लौटे घर
इससे पहले 16 दिसंबर को डकैतों ने रीवा जिले के हरदौली गांव के रहने वाले सुरेश पटेल और उसके भतीजे तारीख को खेत पर काम करते समय अगवा कर लिया था। अगवा करने की जिम्मेदारी डकैत रजुआ यादव की गैंग ने ली थी। तब परिजनों से 11 लाख रुपए मांगे गए थे, पुलिस इनकी तलाश में जुटी थी कि इसी बीच फूल सिंह और राम प्रताप पटेल यानी दोनों शिक्षकों को अगवा कर लिया गया है। शिक्षकों के अगवा होते ही पुलिस पूरे एक्शन में आ गई और जंगल में बढ़ते दबाव को देखकर डकैतों ने चाचा-भतीजे को छोड़ दिया। भोर में दोनों घर लौट आए तो पुलिस पूछताछ करने पहुंची। हालांकि गांव में ये भी कहा जा रहा है की फिरौती देने के बाद ही चाचा भतीजे को छोड़ा गया है।
डकैतों की दहशत
उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों में डकैतों का कहर कई दशकों से जारी है। आए दिन इलाके में गोलीबारी से दहशत के साथ अपहरण और स्मगलिंग जैसी घटनाएं होती रहती हैं। पुलिस से मुठभेड़ आम बात हो चुकी है और गोलियों की आवाज से आए दिन इलाका थर्रा जाता है। पिछली बार डकैतों की मुठभेड में एक सब इंस्पेक्टर भी शहीद हो चुके हैं। मामले में एसपी गोपेंद्र सिंह ने बताया कि डकैतों ने शिक्षकों के परिजनों को उनके ही मोबाइल से कॉल कर फिरौती मांगी थी। फिरौती मांगने के बाद फोन स्विच ऑफ कर दिया गया। मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की जा रही है। जंगल में हम सर्च अभियान चला रहे हैं।
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