कैराना में BJP के खिलाफ खड़ा होगा BSP उम्मीदवार, सपा करेगी समर्थन
यूपी की दो लोकसभा सीटों पर भाजपा का विजय रथ रोकने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अब सूबे की एक और लोकसभा सीट पर सपा-बसपा की 'दोस्ती का करिश्मा' दिखाने को तैयार हैं।
नई दिल्ली। यूपी की दो लोकसभा सीटों पर भाजपा का विजय रथ रोकने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अब सूबे की एक और लोकसभा सीट पर सपा-बसपा की 'दोस्ती का करिश्मा' दिखाने को तैयार हैं। सूत्रों के हवाले से खबर है कि गोरखपुर और फूलपुर में जीत दर्ज करने के बाद अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कैराना लोकसभा सीट पर सपा-बसपा मिलकर चुनाव लड़ेंगे। यह सीट भाजपा सांसद हुकुम देव के निधन के बाद खाली हुई है। इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार के सामने मायावती अपना उम्मीदवार खड़ा करेंगी और समाजवादी पार्टी बसपा को अपना समर्थन देगी।
कब रखी गई गठबंधन की नींव
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक फरवरी महीने की शुरुआत से ही फोन पर मायावती और अखिलेश यादव के बीच उपचुनावों में साथ मिलकर उतरने की बातचीत शुरू हो गई थी। नॉर्थ-ईस्ट के चुनाव परिणाम आने के बाद दोनों दलों के 'अघोषित गठबंधन' पर अंतिम मुहर लग गई। जिस समय भाजपा पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में सरकार बना रही थी, सपा और बसपा यूपी में गठबंधन की नींव रखने में जुटी थी। इसके बाद इस नींव ने गोरखपुर और फूलपुर में सपा-बसपा गठजोड़ की पहली दीवार खड़ी कर दी।
मुलाकात से मिले बड़े संकेत
गोरखपुर और फूलपुर में जीत दर्ज करने के बाद बुधवार शाम को जब मायावती के घर पर अखिलेश यादव पहुंचे तो दोनों नेताओं के बीच 40 मिनट की लंबी बातचीत हुई। सियासी जानकारों का कहना है कि लखनऊ में दोनों पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व के बीच हुई बातचीत आने वाले लोकसभा चुनावों में एक बड़े कदम का संकेत है। दोनों दलों की तरफ से भले ही कोई आधिकारिक ऐलान ना हुआ हो लेकिन सियासी गलियारों में गठबंधन की चर्चा जोरों पर है।
'बराबर सीट' के सिद्धांत पर लड़ेंगे चुनाव
सूत्रों का कहना है कि दोनों दलों के बीच आगामी लोकसभा चुनाव में 'बराबर सीट' के सिद्धांत पर चुनाव लड़ने पर सहमति बन चुकी है। चंडीगढ़ में बसपा संस्थापक काशीराम की जयंती पर आयोजित जनसभा में मायावती ने इस बात के संकेत भी दे दिए। मायावती ने कहा कि यूपी के उपचुनावों ने भारतीय जनता पार्टी की नींद उड़ा दी है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी हर संभावना को आगे बढ़ाएगी।
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