यूपी: कुंभ मेले में पहली बार ऑन ड्यूटी होगी एयर एंबुलेंस, आपात स्थिति से निपटने में मिलेगी मदद
इलाहाबाद। इलाहाबाद में लगने वाला कुंभ मेला इस बार स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में भी हाईटेक नजर आएगा। पहली बार कुंभ में एयर एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। यानी किसी भी आपात जरूरत पर मरीज को एयर एंबुलेंस की मदद से देश के किसी भी बड़े शहर व अस्पताल ले जाया जा सकेगा। कुंभ के इतिहास में यह पहली बार है जब स्वास्थ्य विभाग की सुविधाओं को भी इस तरह हाईटेक किया जा रहा है। ऐसे में कुंभ की ख्याति में एक और नगीना जुड़ जाएगा जो इस बार के कुंभ को अविस्मरणीय बना देगा।
यह है योजना
इलाहाबाद प्रवास के दौरान स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कुंभ मेले में एयर एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराने की जानकारी देते हुए बताया कि कुंभ मेला में 'बेड टू बेड' अनुबंध के तहत यह सुविधा उपलब्ध होगी। इसके लिए निजी कंपनी से अनुबंध किया जाएगा। इसके लिए टेंडर जारी कर दिया गया है। कंपनियों के आवेदन के बाद निर्धारित मानकों के अनुरूप इस सुविधा के लिए कंपनी को हायर किया जाएगा। चयनित कंपनी के द्वारा ही यह सुविधा मरीजों को प्रदान की जाएगी और इसका सारा खर्चा सरकार उठाएगी। एंबुलेंस पूरी तरीके से अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगी, जिसमें वेंटिलेटर से लेकर तमाम जीवन रक्षक उपकरण भी मौजूद रहेंगे। एयर एंबुलेंस मरीज को सीधे लखनऊ, दिल्ली, मुंबई आदि शहरों के हाईटेक अस्पतालों तक पहुंचाएगी।
30 नवंबर तक फाइनल होगी कंपनी
स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ सिंह ने बताया कि कुंभ मेले के दौरान एयर एंबुलेंस की सुविधा देने के लिए उन्होंने प्रस्ताव कैबिनेट के समक्ष रखा था। जिसे स्वीकृति दे दी गई है। 30 नवंबर तक टेंडर के अनुरूप कंपनी का चयन कर लिया जाएगा और उनके द्वारा ही एयर एंबुलेंस की सुविधा कुंभ मेले के दौरान उपलब्ध कराई जाएगी। एंबुलेंस सेवा का लाभ आम श्रद्धालुओं के लिए भी उपलब्ध होगा।
बमरौली एयरपोर्ट पर मिलेगी एंबुलेंस
प्रयागराज के बमरौली एयरपोर्ट पर एयर एंबुलेंस पूरे कुंभ मेला के दौरान मौजूद रहेगी और किसी भी आपात स्थिति में अपनी सेवा उपलब्ध कराएगी। चूंकि कुंभ से पहले ही बमरौली एयरपोर्ट पर सिविल टर्मिनल भी अपना पूर्ण विस्तार ले लेगा और पार्किंग की भी समस्या खत्म हो जाएगी। ऐसे में पूरे मेले के दौरान बेहद ही सहज तरीके से दो या तीन की संख्या में एयर एंबुलेंस एक साथ एयरपोर्ट पर ठहराव कर सकेंगे। हालांकि इनकी उड़ान एयरपोर्ट अथॉरिटी की नियमावली के तहत ही होगी और टेंडर प्राप्त करने वाली कंपनी इस पर अपनी खुद की पॉलिसी से एयरपोर्ट अथॉरिटी के साथ अनुबंध करेगी।