मध्य प्रदेश: टिकट ना मिलने से नाराज कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस से की बगावत, लड़ेंगे निर्दलीय चुनाव
इंदौर। मध्य प्रदेश की इंदौर विधानसभा क्रमांक एक से कांग्रेस दावेदार प्रीती अग्निहोत्री को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद से ही विधानसभा क्रमांक एक में बगावत शुरू हो गई है। दरअसल, इस विधानसभा से संजय शुक्ला, कमलेश खंडेलवाल भी प्रबल दावेदार के तौर पर देखे जा रहे थे। दोनों ही कांग्रेस नेताओं के नाम सर्वे में भी थे। लेकिन अब गोलू अग्निहोत्री की पत्नी और पार्षद प्रीति अग्निहोत्री को टिकट दिए जाने के बाद संजय शुक्ला ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस नेताओ ने टिकट बेचे हैं।
शुक्ला ने दीपक बावरिया पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा है, कि दीपक बावरिया ने अग्निहोत्री से रुपए लेकर टिकट बेचा है। जबकि इस क्षेत्र से सबसे सशक्त दावेदार वो है। संजया शुक्ला पिछले दो सालों से मेहनत कर रहे थे लेकिन अब उनका टिकट कटने के बाद वो निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरेगें जिसके लिए उन्होंने पूरी तैयारी कर ली है। संजय शुक्ला गुरुवार को फार्म भरेंगे।
कुछ ऐसा ही हाल कमलेश खंडेलवाल भी है। हालाकि, कमलेश ने किसी पर भी आरोप नहीं लगया है लेकिन अपनी नाराजगी पार्टी तक पहुंचा दी है। कमलेश खंडेलवाल ने 2013 में कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। उन्हें 40 हजार वोट मिले थे लेकिन कमलनाथ के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद ही कमलेश को पार्टी में वापस ले लिया गया था। उम्मीद जताई जा रही थी कि दिग्विजय सिंह समर्थक कमलेश खंडेलवाल को टिकट मिल जाएगा लेकिन कांग्रेस ने उन पर भरोसा नहीं जताया। फिलहाल, कमलेश खंडेलवाल ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला नहीं लिया है। हालाकि,कमलेश खंडेलवाल को लगता है, कि पार्टी आखिरी वक्त पर कुछ बदलाव कर सकती है। क्योंकि पार्टी के पदाधिकारियों तक कुछ नेताओं के खिलाफ शिकायत की जा चुकी है।