मोदी के बाद अब योगी के गढ़ में हुंकार भरेंगी प्रियंका गांधी, जानिए कांग्रेस की न्याय रैली का राज
लखनऊ, 27 अक्टूबर: उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले चुनाव से पहले कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा 31 अक्टूबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह क्षेत्र गोरखपुर में एक रैली को संबोधित करेंगी। कांग्रेस पूरी तरह से इसकी तैयारियों में जुट गई है। इससे पहले हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक रैली को संबोधित कर चुकी हैं। कांग्रेस ने यूपी चुनाव से पहले पूरी तरह से अपनी ताकत चुनाव में झोंक दी है। कांग्रेस की प्रतिज्ञा यात्राएं भी शुरू हो चुकी हैं जिसके जरिए प्रियंका चुनावी माहौल बनाने में जुटी हुई है।
रैली स्थल चंपा देवी पार्क है, कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा, "इस रैली को शानदार बनाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता दिन-रात एक कर रहे हैं।" कांग्रेस नेता ने कहा कि पार्टी सड़कों से लड़ रही है और राज्य में लोगों के हर मुद्दे को उठा रही है। यह दिखाने के लिए स्थल को ही चुना जाता है कि कांग्रेस राज्य में भाजपा से मुकाबला करने के लिए तैयार है। यह रैली कांग्रेस द्वारा टिकटों में महिलाओं को 40 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा करने और सात प्रस्तावों को अपने घोषणापत्र का हिस्सा घोषित करने के बाद आई है।
कांग्रेस की न्याय रैली में निशाने पर योगी
प्रियंका गांधी वाड्रा ने 10 अक्टूबर को सत्तारूढ़ भाजपा पर तीखा हमला करते हुए आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए अपनी पार्टी के अभियान की शुरुआत की थी। वाराणसी में विशाल रैली को संबोधित करते हुए प्रियंका ने किसानों और गरीबों के साथ हो रहे अन्याय के मुद्दे पर केंद्र और राज्य सरकारों पर निशाना साधा था।
"पिछले दो सालों में मैं यूपी में काम कर रहा हूं। दो साल पहले, सोनभद्र में भूमि विवाद में 13 आदिवासी मारे गए थे। सत्तारूढ़ भाजपा के कुछ नेता शामिल थे और लोगों ने कहा कि उन्हें न्याय की कोई उम्मीद नहीं है। मैं वहां गई और पीड़ित परिवारों में से प्रत्येक ने कहा कि वे न्याय चाहते हैं।"
प्रियंका ने कहा कि फिर महामारी आई और हमने देखा कि लोग बिना ऑक्सीजन के, बिना दवा के मर रहे हैं। लोगों को उम्मीद थी कि सरकार मदद करेगी लेकिन कोई मदद नहीं आई और इसी उम्मीद में कई लोगों की जान चली गई। उन्होंने कहा, 'इसके बाद हाथरस हुआ और सरकार ने आरोपियों को बचा लिया और पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला। लखीमपुर खीरी में भी ऐसा ही हुआ है, जहां एक मंत्री के बेटे ने किसानों को कुचल दिया और सरकार आरोपियों को बचा रही है।'
मोदी ने किया था कुशीनगर एयरपोर्ट का शुभारम्भ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को उत्तर प्रदेश में बहुप्रतीक्षित कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। इस एयरपोर्ट के शुरू होने से एक तरफ जहां पूर्वांचल के विकास को नई उड़ान मिलेगी वहीं दूसरी ओर पीएम मोदी के शुभारंभ के बाद ही समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर तंज कसा। अखिलेश ने कहा कि पायलट बन जाने से विमान अपना नहीं हो जाता। इधर कांग्रेस ने भी इसका श्रेय लेने की कोशिश की और कहा कि यूपीए की सरकार में इस परियोजना को मंजूरी प्रदान की गई थी। हालांकि बीजेपी इसे अपनी उपलब्धि में जोड़कर इसका सियासी मायने तलाश रही है।
पूर्वांचल में जिसकी जीत, उसकी बनी सरकार
दरसअल पिछला इतिहास बताता है कि पूर्वांचल में जिस भी पार्टी ने जीत हासिल की है, राज्य में उसकी सरकार बनी है। 2017 में बीजेपी ने 26 जिलों की 156 विधानसभा सीटों में से 106 पर जीत हासिल की थी जिसके बाद यूपी में बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी थी। इससे पहले भी 2012 में सपा को 85 सीटें मिली थीं जबकि 2007 में बसपा को भी पूर्वांचल से 70 से ज्यादा सीटें मिली थीं। यही वजह है कि अब से बीजेपी के सभी कार्यक्रम ज्यादातर पूर्वांचल में हो रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी खुद कई दौरे कर चुके हैं क्योंकि उन्हें पता है कि पूर्वांचल यदि हाथ से फिसला तो योगी सरकार की वापसी मुश्किल होगी।