नाकारा कर्मचारियों को वक्त से पहले रिटायर करेगी योगी आदित्यनाथ सरकार
उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव राजीव कुमार की ओर से इस संबंध में एक आदेश जारी किया गया है। ये आदेश प्रदेश के सभी विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव, मुख्य सचिव और सचिव को भेजी गई है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तर्ज पर ही अब उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार भी अपने नाकारा कर्मचारियों को वक्त से पहले रिटायर करने की तैयारी कर रही है। यूपी सरकार 50 साल से ज्यादा की उम्र के अपने कर्मचारियों के प्रदर्शन की समीक्षा करेगी। इसके आधार पर जिन कर्मचारियों का प्रदर्शन ठीक नहीं होगा उन्हें तय समय से पहले रिटायरमेंट दिया जाएगा।
योगी सरकार का बड़ा फैसला
उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव राजीव कुमार की ओर से इस संबंध में एक आदेश जारी किया गया है। ये आदेश प्रदेश के सभी विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव, मुख्य सचिव और सचिव को भेजी गई है। आदेश में कहा गया है कि 31 जुलाई तक विभाग अपने सभी कर्मचारियों के प्रदर्शन की समीक्षा करें।
कर्मचारियों के प्रदर्शन की होगी समीक्षा
इस फैसले में उन्हीं कर्मचारियों को शामिल किया जाएगा जिनकी उम्र 31 मार्च को 50 साल या उससे ज्यादा हो चुकी है। समीक्षा के बाद ऐसे अधिकारियों की सूची बनाई जाए जिनका प्रदर्शन ठीक नहीं रहा। सरकार के प्रवक्ता की ओर से बताया गया कि इस फैसले में कुछ भी नया नहीं है, पहले से ऐसे प्रावधान रहे हैं कि 50 साल या उससे ज्यादा उम्र के अधिकारियों के प्रदर्शन की समीक्षा की जाती रही है।
50 साल या उनसे अधिक उम्र के कर्मचारियों के कार्यों की समीक्षा
बता दें कि योगी आदित्यनाथ सरकार ने 1985 में प्रस्तावित प्रावधान के तहत अंडरपरफॉर्मर्स को बाहर निकालने का फैसला लिया गया था, हालांकि कुछ विभाग इसका ठीक ढंग से इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। ये कदम उसी फैसले को मजबूती से आगे बढ़ाने के लिए उठाया गया है। इस कदम की कवायद यही है कि उत्तर प्रदेश में सरकारी विभागों में स्टाफ ठीक ढंग से कार्य करें, जिससे आम लोगों को राहत मिले।