बंद होने की कगार पर एसिड अटैक पीड़ितों का शीरोज हैंगआउट कैफे
लखनऊ। डूबने की कगार पर जा पहुंचे राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर स्थित शीरोज हैंगआउट कैफे को कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता राज बब्बर का सहारा मिला है। दरअसल, सोमवार को राज बब्बर शीरोज हैंगआउट कैफे के समर्थन में पहुंचे। शीरोज हैंगआउट कैफे को एसिड अटैक पीड़ित महिलाएं चलाती थी। शीरोज हैंगआउट कैफे के चलते एसिड अटैक पीड़ित महिलाओं की जिंदगी बदल दी थी। इस कैफे के सहारे सैकड़ों एसिड अटैक पीड़िताओं के लिए जीने का सहारा मिला था। इसी के सहारे वो अपने तकलीफ को दरकिनार कर जिंदगी को नए सिरे से शुरू करने लगी थीं।
अखिलेश
सरकार
में
दी
गई
थी
जमीन
तत्कालीन
मुख्यमंत्री
अखिलेश
यादव
ने
एसिड
अटैक
पीड़ित
महिलाओं
को
कैफे
चलाने
के
लिए
दी
थी
जमीन
दी
थी।
इसके
बाद
से
पीड़ित
एसिट
अटैक
महिलाओं
के
लिए
शीरोज
हैंगआउट
सहारे
से
कम
नहीं
था।
आपको
बता
दें
कि
महिला
कल्याण
निगम
ने
जमीन
खाली
करने
और
सामान
जमा
करने
के
आदेश
दिए
थे।
इसे
29
सिंतबर
को
कैफे
परिसर
को
खाली
करने
को
कहा
गया
था
अब
इलाहाबाद
हाईकोर्ट
की
लखनऊ
बैंच
ने
इसे
खाली
करने
के
लिए
3
हफ्ते
का
समय
दिया
है।
मुख्यमंत्री
से
भी
मांगी
मदद
वहीं
कैफे
का
संचालन
करने
वाली
महिलाओं
ने
महिला
कल्याण
निगम
के
इस
फैसले
के
खिलाफ
मुख्यमंत्री
से
हस्तक्षेप
करने
की
मांग
की
है।
बता
दें
कि
महिला
कल्याण
निगम
द्वारा
शीरोज
कैफे
को
खाली
करने
के
संबंध
में
जारी
आदेश
मे
कहा
गया
है
कि
महिला
कल्याण
विभाग
की
अध्यक्षता
में
शीरोज
हैंगआउट
कैफे
के
संचालन
के
संबंध
में
गठित
स्टेट
मॉनिटरिंग
कमेटी
की
बैठक
6
सितंबर
को
हुई
थी,
जिसमें
शीरोज
कैफे
को
बंद
करने
के
बारे
में
निर्णय
लिया
गया
था।
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