यूपी विधानसभा चुनावों के लिए AAP ने 100 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की
लखनऊ, सितंबर 15: उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है। इस विधानसभा चुनावों के लिए राजनीतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। पार्टियों ने चुनावों का बिगुल फंकू दिया है। आम आदमी पार्टी पहली बार यूपी के चुनावों में सक्रिय तौर पर हिस्सा ले रही है। जिसे लेकर पार्टी ने मंगलवार को अयोध्या में तिरंगा यात्रा निकाली थी। पार्टी ने इस अपनी चुनावी अभियान की शुरुआत के तौर पर पेश किया है। इसी बीच आज आम आदमी पार्टी ने 100 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की।
आप सांसद और यूपी प्रभारी संजय सिंह ने आज लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आगामी विधानसभा चुनावों के लिए 100 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। उन्होंने लिस्ट का ऐलान करते हुए कहा कि, आज आम आदमी पार्टी, उत्तर प्रदेश अपने 100 विधानसभा प्रभारियों की सूची जारी कर रही है और यह सब विधानसभा प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र से हमारे संभावित प्रत्याशी और उम्मीदवार होंगे।
संजय सिंह ने कहा कि, हमारी सूची में सबसे ज्यादा नेतृत्व पिछड़े वर्ग के लोगों को दिया गया है, आम आदमी पार्टी के 100 में से 35 उम्मीदवार पिछड़े वर्ग के लोगों को बनाया गया है। हमारी सूची में डॉक्टर भी हैं, इंजीनियर भी हैं, अधिवक्ता भी हैं, पोस्ट-ग्रेजुएट भी हैं, ग्रेजुएट भी हैं और समाज के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व आम आदमी पार्टी की सूची में दिया गया है। अब से जितने भी अभियान आम आदमी पार्टी की ओर से चलाए जाएंगे वो सब इन 100 नामित प्रभारियों की देख-रेख में, इनकी विधानसभाओं में हमारे कार्यकर्ताओं की मेहनत और परिश्रम से चलाए जाएंगे।
संजय सिंह आगे कहा कि, आम आदमी पार्टी के घोषणा पत्र में जो मुद्दे शामिल किए जाएंगे उसमें उत्तर प्रदेश की जनता से हम जो वादा करेंगे वो जनता के साथ हमारा करार होगा, उसे लेकर विधानसभाओं में ये सारे प्रत्याशीअभियान चलाएंगे और पार्टी की जीत का मार्ग प्रशस्त करेंगे। यह दुर्भाग्य है उत्तर प्रदेश का और यहां के लोगों का कि असल मुद्दे पर चुनाव में बातचीत नहीं होती, साढे़ 4 साल में क्या काम किया है आदित्यनाथ जी की सरकार ने मूल्यांकन इसका होना चाहिए।
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संजय सिंह ने कहा कि, इस बात का भी मूल्यांकन होना चाहिए कि सुहागिन शिक्षामित्र महिलाओं ने सिर क्यों मुड़वाया? नौजवानों को लाठियाँ क्यों पड़ी? मुकदमे क्यों लिखे गए? किसानों को मवाली, गुंडा, आतंकवादी, पाकिस्तानी क्यों कहा गया? मूल्यांकन इस बात का होना चाहिए कि सिंचाई की बिजली का दाम क्यों बढ़ा दिया गया? किसान को उसकी फसल का दाम क्यों नहीं मिल रहा? माताओं बहनों को सुरक्षा कब मिलेगी?