यूपी: पति ने कागज के टुकड़े पर लिख पत्नी को दिया तीन तलाक, परिवार ने पीएम मोदी से लगाई न्याय की गुहार
वाराणसी। तीन तलाक को लेकर भले ही अध्यादेश लागू हो गया हो लेकिन इसकी आग थमने का नाम नहीं ले रही। ताजा मामला वाराणसी के जैतपुरा थाना क्षेत्र का है जहां शौहर ने अपनी बीवी की पहले तो बेरहमी से पिटाई की और फिर उसके सारे जेवर मायके से मंगवाकर उसे घर भेज दिया। यही नहीं हद तो तब हो गई जब इतने से भी जैतपुरा थाना क्षेत्र के कच्चीबाग के रहने वाले शौहर मुमताज अहमद का मन नहीं भरा तो उसने अपने भाई के हाथों कागज के टुकड़े पर उर्दू में तलाक-तलाक-तलाक लिख कर अपनी बीवी के मायके भेज दिया। इस घटना के बाद जहां पीड़ित परिवार शमीउल्लाह और उनकी बेटी शहाना सदमे में आ गए हैं। यही नहीं शहाना ने अपने शौहर पर आरोप लगाया है कि उसे उसका पति बात-बात पर पिटाई करता और देर रात घर से बाहर भी निकाल दिया करता था।
दहेज
को
लेकर
ससुरालवाले
करते
थे
मारपीट
शहाना
बीबी
बनारस
के
जैतपुरा
थाना
क्षेत्र
की
रहने
वाली
हैं।
शहाना
की
शादी
इसी
थाना
क्षेत्र
के
कच्चीबाग
में
हाजी
मुमताज
अहमद
के
साथ
फरवरी
2017
में
हुई
थी।
शादी
के
कुछ
दिनों
तक
तो
सब
कुछ
ठीक-ठाक
चल
रहा
था।
जैसे-जैसे
समय
बितता
गया
मुमताज
ने
शहाना
पर
अपने
मायके
वालों
से
पैसे
लाकर
देने
की
मांग
शुरू
कर
दी।
शहाना
बताती
हैं
कि
जब
वो
शौहर
की
बातें
मानने
से
इनकार
कर
देती
थीं
तो
ससुराल
में
मुमताज
अहमद
अपने
बहन
के
कहने
पर
मारपीट
करता
था।
यही
नहीं
मेरे
ससुर
हाजी
अंसार
ने
मुझसे
पिता
से
5
लाख
रुपए
मांगकर
लाने
को
कहा
जब
मैंने
इनकार
किया
तो
बेरहमी
से
मेरी
पिटाई
की
गई
तब
कुछ
पैसे
लाकर
मैंने
दिए।
इस
सब
के
बावजूद
कुछ
दिनों
पहले
मेरा
नेकलेस
जबरदस्ती
मायके
से
मंगवाया
और
मैंने
मना
किया
तो
पिटाई
कर
घर
से
देर
रात
बाहर
निकाल
दिया
और
फिर
मुझे
मायके
भेज
दिया।
शहाना
आगे
बताती
है
कि
इन
सब
मामलों
के
बाद
भी
वो
चुप
रहीं
लेकिन
19
सितंबर
को
अपने
भाई
के
हाथों
मुमताज
ने
कागज
के
टुकड़े
पर
तलाक-तलाक-तलाक
लिख
भेज
दिया।
जिसके
बाद
शहाना
व
उनके
परिवार
के
लोग
थाने
गए
तो
वहां
से
उन्हें
वापस
लौटा
दिया
गया।
फिर
वे
लोग
6
अक्टूबर
को
एसएसपी
से
भी
मिले
लेकिन
कोई
कर्रवाई
नहीं
हुई।
पीएम मोदी से है उम्मीद
जैतपुरा के काजीसेदुल्लाह पूरा की रहने वाली शहाना और उनके पिता का परिवार हाजी मुमताज के उठाए गए कदम के बाद से सदमे में आ गए हैं। शहाना के पिता बताते हैं कि 19 सितंबर को तीन तलाक का कागज भिजवाने के बाद हम लोग 24 सितंबर को एसओ जैतपुरा से मिले तो हमे तीन तलाक के धाराओं के हवाला देकर बैरंग लौटा दिया गया। वहीं इस इलाके के स्थानीय पार्षद बताते हैं कि मुमताज ने तीन तलाक देकर सरकार के उठाए गए कदम को चैलेंज किया है। साथ ही इस इलाके के पार्षद रमजान अली बताते हैं कि स्थानीय थाने से लेकर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी सिर्फ कागजी कोरम पूरा कर रहे हैं। ऐसे में अध्यादेश आने के बाद भी करवाई न होने से इनके परिवार ने पीएम मोदी से न्याय की गुहार लगाई है।
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