यूपी: सीएमओ की डांट सुन ऑपरेशन बीच में छोड़ चला गया डॉक्टर, गुस्साए परिजनों ने किया चक्का जाम
आजमगढ़। यूपी के आजमगढ़ में एक डॉक्टर की लापरवाही का ऐसा मामला सामने आया है जिसको सुनने के बाद आपको हैरत होगी। सोचिए जिस डॉक्टर को लोग भगवान का दर्जा देते हैं अगर वही डॉक्टर इलाज करने से मना कर दे तो कैसा लगेगा। यहां प्रसव पीड़ा का दर्द झेल रही महिला का एक डॉक्टर ने ऑपरेशन बीच में ही छोड़ दिया। वजह बनी सीएमओ की फटकार जिसकी शिकायत परिजनों ने सीएमओ से की थी। परिजनों का कहना था कि डॉक्टर ने ऑपरेशन के लिए पैसे की मांग की है। डॉक्टर के चले जाने के बाद परिजनोंं ने डॉक्टर से काफी मिन्नत की। लेकिन गुस्साए डॉक्टर के कान पर जू तक नहीं रेंगा। डॉक्टर के ना आने पर महिला को प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए रेफर कर दिया गया। इस घटना के बाद गुस्साए परिजनों ने अस्पताल के बाहर जाम लाग दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझाकर इस मामले को शांत करवाया।
गुरुवार शाम को प्रसव पीड़ा के बाद एक महिला अस्पताल में भर्ती कराई गई। आरोप है कि महिला के परिजनों से डॉक्टर ने तीन हजार रुपए की मांग की। इसकी शिकायत करने पर सीएमओ ने डॉक्टर को फटकार लगा दी। घटना से आक्रोशित डॉक्टर ने महिला का ऑपरेशन बीच में ही छोड़ दिया। लाख मन्नत करने के बाद भी डॉक्टर वापस नहीं आए मरीजों और उनके तीमारदारों ने रात नौ बजे महिला अस्पताल के सामने जाम लगा दिया। हंगामा शुरू होने पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह लोगों को शांत कराया। फिलहाल महिला को प्राइवेट अस्पताल में रेफर किया गया है।
सिविल लाइन क्षेत्र के चंदन निषाद ने अपनी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर सरकार महिला अस्पताल में भर्ती कराया। शाम चार बजे उसको ऑपरेशन थिएटर में ऑपरेशन के लिए ले जाया गया। परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर असलम ने तीमारदारों से तीन हाजर रुपए की मांग की। इस दौरान इसकी शिकायत सीएमओ से कर दी गई। इस पर सीएमओ ने फोन पर चिकित्सक को फटकार लगाई। नाराज होकर ऑपरेशन करने वाले चिकित्सक ने महिला का अधूरा ऑपरेशन बीच में छोड़कर घर चले गए काफी देर तक परिजन डॉक्टर को मनाते रहे, लेकिन वह नहीं माना।
डॉक्टर वापस नहीं आने पर मरीज के तीमारदारों ने रात नौ बजे महिला अस्पताल के सामने जाम लगा दिया। हंगामा शुरू होने पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह लोगों को शांत कराया। साथ ही महिला को प्राइवेट अस्पताल में रेफर किया गया। ताकि कोई अनहोनी ना हो जाए। इस मामले में सीएमओ डॉ रविंद्र कुमार ने कहा कि मैंने डॉक्टर असलम को कोई फोन नहीं किया था। प्रकरण के बारे में कोई जानकारी भी नहीं है। वहां पर जो हुआ है उस संबंध में जिलाधिकारी या शासन स्तर से ही कुछ किया जा सकता है।
ये भी पढ़ें- यूपी: देखते हैं सरकारी नौकरी पाने का ख्वाब, इस विभाग में निकली वेकेंसी, इस प्रकार करें आवेदन