गणपति विसर्जन के दौरान लखनऊ में 4 युवक डूबे, डीजे की आवाज की वजह से नहीं सुनाई दी चीखें, एक की मौत
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में गणपति विसर्जन करने के लिए गए चार युवक बुधवार शाम को नदी में डूब गए। घटना की जानकारी मिलने के बाद गोताखोरों ने मौके पर पहुंचकर एक युवक के शव को बाहर निकाला है, जबकि तीन युवक अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। जानकारी के अनुसार एक युवक हरदोई बाईपास स्थित घैला पुल के पास गणपति विसर्जन करने के दौरान डूब गया है, जिसका अभी तक पता नहीं चल सका है।
डीजे की आवाज में नहीं सुनाई दी चीख
जानकारी के अनुसार खदरा में गणेश पूजा के बाद लोग शाम को पांच बजे गणपति विसर्जन करने के लिए शिवनगर बंधे के पास गोमती न दी में गए थे। इस दौरान गणेश जी की भारी मूर्ति को नदी में विसर्जित करने के लिए कुछ युवक पानी में उतरे और बाकी किनारे से ही मूर्ति को धक्का दे रहे थे। तभी मूर्ति अचानक से पानी में गिरी और एक युवक उसके नीचे दब गया। लेकिन डीजे की तेज आवाज की वजह से युवक की चीख नहीं सुनाई दी। लेकिन कुछ देर बाद जब युवक की तलाश शुरू हुई तो जानकारी मिली की वह लापता है।
2 घंटे बाद पहुंची पुलिस
मूर्ति विसर्जन में राजा निषाद, राहुल, नरेंद्र और विशाल पानी में डूब गए। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस की टीम को यहां पहुंचने में 2 घंटे लग गए। किसी तरह से गोताखोरो ने विशाल के शव को तलाश कर बाहर निकाला और उसे ट्रॉमा सेंटर भेजा गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं इस पूरी घटना के बारे में पुलिस का कहना है कि हम युवकों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं।
बाकी की तलाश जारी
वहीं मूर्ति विसर्जन के दौरान हादसे की दूसरी खहबर घैला पुल स्थित गोमती नदी की है, जहां प्रीतिनगर निवासी आयुष अपनने दोस्तों के साथ विसर्जन करने के लिए गया था। विसर्जन के बाद वह अपने दोस्तों के साथ नदी में नहा रहा था। लेकिन नहाने के बाद जब सभी युवक बाहर आए तो आयुष लापता था। जिसके बाद पुलिस ने उसकी भी तलाश शुरू कर दी है। लोगों का आरोप है कि पुलिस के पास रोशनी का इंतजाम नहीं था और वह अंधेरे में सर्च ऑपरेशन कर रही थी, जिसके बाद लोगों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया।
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