मासूम बच्ची का शव दफनाने गया परिवार, दो लाशें लेकर लौटा तो मचा कोहराम
गाजियाबाद। राजधानी दिल्ली से लगे यूपी के गाजियाबाद में एक दर्दनाक हादसा हुआ है। आप जानकर सन्न रह जाएंगे कि घर से दफनाने के लिए एक शव निकला था लेकिन वापस दो शव आए। दोनो मृतक सगे भाई थे और वो परिवार के साथ अपनी भांजी का शव दफनाने गए थे। शव को दफनाने के बाद वो अपने एक हिंडन नदी में नहा रहे थे जहां डूबने से उनकी मौत हो गई जबकि एक लड़का अभी लापता बताया जा रहा है। दोनों का शव बरामद कर लिया गया है और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। हादसे के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। सभी लोग सदमे में हैं। विस्तार से जानिए पूरा मामला
4 साल की भांजी की बीमारी से हुई थी मौत
जानकारी के मुताबिक नंदीग्राम की नई बस्ती में रहने वाले इलियास व जरीना की नातिन सोनम (4) की बीमारी के चलते मंगवाल को मौत हो गई थी। उसी का शव दफनाने के लिए परिजन दोपहर आश्रम रोड के सामने हिंडन किनारे पहुंचे थे। उनके सामने जरीना का बड़ा बेटा सलीम (16), छोटा बेटा अलीम (11), पड़ोस में रहने वाली रेखा का बेटा रितिक (10) और दिलशाद उर्फ ढिल्लू (9) समेत कई बच्चे गए थे।
परिजन शव दफना रहे थे तो बच्चे नदी में चले गए
परिजन शव दफनाने लगे तो ये चारों हिंडन में नहाने लगे। इस दौरान वो गहरे पानी में चले गए। जब वो डूबने लगे तो परिजनों ने दिलशाद को तो बचा लिया लेकिन सलीम, अलीम और रितिक पानी के बहाव के साथ बह गए। सूचना पाकर मौके पर पहुंची एनडीआरएफ और गोताखोरों की टीम ने सलीम और अलीम का शव बरामद किया। रितिक का अबतक कोई पता नहीं चल सका है।
वेटर का काम करता था सलीम, पिता का था इकलौता सहारा
सलीम अपने बीमार पिता इलियास का सहारा भी था। छह भाई-बहनों में वह दूसरे नंबर का था और अपने पिता के साथ शादियों में वेटर का काम करता था। काफी दिनों से पिता बीमार थे तो सलीम अपने दोस्त के साथ काम करने जाता था, लेकिन यह सहारा भी छिन गया। छोटा बेटा भी दुनिया छोड़कर चला गया।
बेटे के इंतजार में रात तक हिंडन किनारे बैठी रही रितिक की मां
10 साल के रितिक की मां रेखा का दर्द भी कम नहीं था। रेखा ने रोते हुए अमर उजाला को बताया कि रितिक पांच भाई-बहनों में सबसे छोटा था। वह महज दो महीने का था, जब उसके पिता का निधन हो गया था। रेखा ने बेटे रितिक को बड़े नाजों से पाला था, लेकिन किस्मत ने उसे मां से छीन लिया। दोस्तों के साथ नहाते हुए हिंडन में डूबे रितिक को एनडीआरएफ की टीम ने रात तक तलाश और न मिलने पर अंधेरा होने की वजह से चली गई। बावजूद इसके मां रेखा का मन घर जाने को नहीं मान रहा था। टीम के जाने के काफी देर बाद तक वह हिंडन किनारे बैठी रही। बाद में पड़ोस की महिलाएं किसी तरह समझाकर रेखा को लेकर घर गई।