सीएम योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में खर्च हुए 1.83 करोड़, जांच के आदेश
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मार्च में आए नतीजों में भारतीय जनता पार्टी ने शानदार जीत दर्ज की। इस जीत के बाद योगी आदित्यनाथ को यूपी का सीएम चुना गया।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भाजपा की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भव्य शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया। जानकारी के मुताबित इस शपथ ग्रहण समारोह को खास बनाने के लिए काफी ज्यादा खर्च किया गया। इस शपथ ग्रहण की जिम्मेदारी लखनऊ विकास प्राधिकरण को थी। पता चला है कि लखनऊ विकास प्राधिकरण ने योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण को लेकर करीब एक करोड़ 83 लाख रुपये खर्च कर दिए। शपथ समारोह में इतनी बड़ी राशि खर्च होने का मामला सामने आते ही जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
लखनऊ विकास प्राधिकरण ने किया आयोजन
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मार्च में आए नतीजों में भारतीय जनता पार्टी ने शानदार जीत दर्ज की। इस जीत के बाद योगी आदित्यनाथ को यूपी का सीएम चुना गया। 19 मार्च को लखनऊ के स्मृति उपवन सीएम योगी आदित्यनाथ का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी समेत कई बड़े नेता शामिल हुए।
19 मार्च को स्मृति उपवन में हुआ था कार्यक्रम
इस शपथ ग्रहण समारोह के आयोजन की पूरी जिम्मेदारी लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी की थी। पता चला है कि शपथ समारोह भव्य बनाने के लिए करीब एक करोड़ 83 लाख रुपये खर्च कर दिए गए। बताया जा रहा है कि इसमें लखनऊ विकास प्राधिकरण के ही एक पूर्व अधिकारी शक के घेरे में हैं। पता चला है कि ये राशि मंच बनाने से लेकर, ऑडियो सिस्टम, सुरक्षा, खान-पान आदि की व्यवस्था में खर्च हुआ है।
बिल भेजे जाने के बाद जांच के आदेश
सीएम योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में हुए इतने अधिक खर्च को लेकर जैसे ही लखनऊ विकास प्राधिकरण ने सचिवालय को बिल भेजा तो तुरंत ही इसकी जांच के आदेश दे दिए गए। पता चला है कि इस खर्च को लेकर लखनऊ विकास प्राधिकरण के ही एक पूर्व अधिकारी शक के घेरे में हैं।
अखिलेश यादव के शपथ ग्रहण में खर्च हुए थे करीब 90 लाख रुपये
बता दें कि पांच साल पहले जब समाजवादी पार्टी की जीत यूपी में हुई थी और अखिलेश यादव सीएम बने थे, उस समय उनके शपथ ग्रहण समारोह में करीब 90 लाख खर्च हुए थे। ये राशि योगी आदित्यनाथ के शपथ समारोह में खर्च एक करोड़ 83 लाख रुपये की राशि से करीब-करीब आधी है। फिलहाल पूरे मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं।