उन्नाव रेप पीड़िता ने सशस्त्र गार्ड को साथ ले जाने से क्यों किया था इनकार?
उन्नाव। उन्नाव रेप मामले से चर्चित घटना में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत के बाद माखी गांव में एक बार फिर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। गांव में पीएसी भी कैंप कर रही है। इस संबंध में बात करने पर पुलिस अधीक्षक ने बताया था दुष्कर्म पीड़िता की सुरक्षा के लिए तीन महिला आरक्षी के साथ सोहरामऊ एसआई को भी तैनात किया गया था। दुष्कर्म पीड़िता की सुरक्षा में लगे सशस्त्र गार्ड सुरेश ने बताया कि दुष्कर्म पीड़िता ने उसे गाड़ी में जगह न होने के कारण साथ ना चलने को कही थी, जिसके कारण वह साथ नहीं गए।
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शाम को वापस आने की बात कही थी
दुष्कर्म पीड़िता और उसके परिवार की सुरक्षा में लगे सशस्त्र गार्ड सुरेश ने बताया की गाड़ी में जगह न होने के कारण दुष्कर्म पीड़िता ने उसे साथ ले जाने से इनकार कर दिया। सुरेश के अनुसार, दुष्कर्म पीड़िता ने बताया कि वह शाम को वापस आ जाएगी।
पीड़िता की चाची और मौसी की मौत
बता दें, उन्नाव रेप केस की पीड़िता अपने परिवार और वकील के साथ रायबरेली जेल में बंद अपने चाचा से मिलने जा रही थी। रास्ते में उसकी कार को एक ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई है, जबकि पीड़िता और वकील की हालत गंभीर बनी हुई है। दोनों को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। परिजनों ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर एक्सीडेंट करवाने का आरोप लगाया है।
पूरा देश पीड़िता के साथ है: स्वाती मालीवाल
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल भी लखनऊ पहुंच गई हैं, मालीवाल ने कहा कि इस लड़ाई में पीड़िता अकेली नहीं हैं, पूरा देश उसके साथ है। उन्होंने ट्वीट करके अपनी बात कही है। स्वाती मालीवाल ने ट्वविटर पर लिखा है कि उन्नाव पीड़िता से मिलने लखनऊ हॉस्पिटल जा रही हूं, वो इस लड़ाई में अकेली नहीं हैं, पूरा देश उसके साथ है, उसकी सुरक्षा और ट्रीटमेंट सुनिश्चित करवाऊंगी, कोशिश करके बेहतर इलाज के लिए सभी इंतजाम दिल्ली में करवाऊंगी। अब उसके साथ और कोई साजिश ना होने पाए।
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