उन्नावः 9 करोड़ 73 लाख के घोटाले में डीएम देवेंद्र कुमार पांडेय सस्पेंड, जानें पूरा मामला
उन्नाव। जिले के बेसिक शिक्षा विभाग में कंपोजिट ग्रांट के तहत हुए 9 करोड़ 73 लाख के घोटाले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा रुख अपनाया है। इस घोटाले में जिलाधिकारी की भूमिका उजागर होने पर उन्हें शनिवार निलंबित कर दिया गया। बता दें कि इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है।
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विधानसभा के शून्यकाल में नियम 105 के तहत सपा एमएलसी सुनील सिंह साजन व 34 अन्य सदस्यों के हस्ताक्षर कर यह शिकायत रखी थी कि प्राथमिक स्कूलों में स्वेटर, ड्रेस, जूते-मोजे, किताब, फर्नीचर व खेलकूद सामग्री खरीदने में भारी अनियमितता बरती जा रही है। एमएलसी सुनील साजन ने उन्नाव का उदाहरण देते हुए बताया था कि जिले में कंपोजिट ग्रांट के नाम पर सरकारी धन की जमकर बंदरबांट हुई। यहां दो पेंसिल 360 रुपए में खरीदी जाने तक की बात उन्होंने की थी। उन्होंने सदन में तत्कालीन राज्य परियोजना निदेशक विजय किरन आनंद की जांच का हवाला भी दिया था। जिसमें उन्होंने बड़े पैमाने पर घोटाले की संभावना जाहिर की थी।
इस जांच रिपोर्ट में तत्कालीन बीएसए और जिलाधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय की भूमिका पर भी संदेह जाहिर किया था। एमएलसी सुनील साजन ने सदन में यह आरोप लगाया था कि सरकार दोषी लोगों को बचाने का प्रयास कर रही है। इस बड़े मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर शनिवार जिलाधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय को निलंबित कर दिया।
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