उन्नाव केस: दोनों लड़कियों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आई सामने, यूपी मानवाधिकार आयोग ने घटना का लिया संज्ञान
Unnao News, उन्नाव। 17 फरवरी को उन्नाव जिले के असोहा थाना क्षेत्र में बबुरहा गांव की रहने वाली तीन लड़कियां खेत पर चारा लेने गई थी। इस दौरान दो लड़कियों के शव संदिग्ध हालत में वहां पर पड़े मिले। वहीं, तीसरी दलित लड़की की सांस चल रही थी, जिसको इलाज कानपुर के लिए रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, अब दोनों लड़कियों का पोस्टमॉर्टम पूरा हो चुका है और शुरुआती रिपोर्ट भी सामने आ गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों लड़कियों के शरीर में जहरीला पदार्थ की मौजूदगी पाई गई है। हालांकि, अभी यह कहना थोड़ा मुश्किल है कि यह जहरीला पदार्थ किस प्रकार का है। पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों ने जहरीले पदार्थ के सैंपल को ले लिया है, जिसे लैब में जांच के लिए भेजा जायेगा। डॉक्टरों की मानें तो दोनों लड़कियों के शरीर पर चोट का कोई भी निशान नहीं मिला है। वहीं, अब इस घटना का उत्तर प्रदेश मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है।
प्राप्त समाचार के मुताबिक, दोनों लड़कियों के पोस्टमॉर्टम के लिए प्रशासन ने चार डॉक्टरों का पैनल बनाया था। गुरुवार करीब 11 बजे पोस्टमॉर्टम वीडियोग्राफी के बीच दोनों लड़कियों का पोस्टमॉर्टम डॉक्टरों के पैनल ने किया। पोस्टमॉर्टम पूरा होने के बाद शुरुआती रिपोर्ट भी सामने आ गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों लड़कियों के शरीर में जहरीला पदार्थ की मौजूदगी पाई गई है। हालांकि, अभी यह कहना थोड़ा मुश्किल है कि यह जहरीला पदार्थ किस प्रकार का है। वहीं, पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों ने जहरीले पदार्थ के सैंपल को ले लिया है, जिसे लैब में जांच के लिए भेजा जायेगा। पोस्टमॉर्टम करने वाले डाक्टरों का कहना है कि दोनों किशोरियों की मौत जहरीला पदार्थ खाने से हुई है। दोनों ने मौत से करीब 6 घंटे पहले खाना खाया था। दोनों के पेट में 100 से लेकर 80 ग्राम तक खाना मिला है।
तीसरी
लड़की
की
हालत
अभी
नाजुक
उधर,
तीसरी
लड़की
की
हालत
अभी
नाजुक
बनी
हई
है।
कानपुर
के
रिजेंसी
हॉस्पिटल
के
जन
सम्पर्क
अधिकारी
परमजीत
अरोड़ा
ने
मीडिया
से
बता
करते
हुए
बताया
कि
उन्नाव
से
आई
पीड़िता
की
हालत
अभी
भी
नाजुक
है।
उसे
वेंटिलेटर
पर
रखा
गया
है।
डॉ
रश्मि
कपूर
के
साथ
6
डॉक्टरों
का
पैनल
पीड़िता
का
इलाज
कर
रहा
है।
पीआईसी
और
एनआईएस
की
टीम
लगातार
निगरानी
कर
रही
है।
कहा
कि
शरीर
पर
उसके
कोई
चोट
के
निशान
नहीं
मिले
हैं।
पुलिस
करेगी
सीन
रिक्रिएशन,
जिससे
मिले
मदद
वहीं,
उन्नाव
जिले
के
एसपी
ने
एफएसएल
टीम
को
बुलाया
है,
जो
घटनास्थल
का
रिक्रिएशन
कर
जांच
को
आगे
बढ़ाने
में
मदद
करेंगी।
एसपी
ने
मीडिया
को
जानकारी
देते
हुए
कहा
कि
डॉक्टरों
द्वारा
सस्पेक्टेड
पॉइजनिंग
की
बात
कही
जा
रही
है,
उस
पर
भी
जांच
हो
रही
है।
कहा
कि
परिवार
के
बयानों
के
आधार
पर
भी
जांच
की
जा
रही
है।
पोस्टमॉर्टम
रिपोर्ट
आने
के
बाद
कई
चीजों
का
खुलासा
होगा।
उन्होंने
कहा
कि
हम
हर
बिंदु
पर
जांच
कर
रहे
हैं,
वह
चाहे
डॉक्टर
का
बयान
हो
या
फिर
परिवार
का।