उन्नाव के इंजीनियर ने बनाई 300 रु में यह डिवाइस, हाथ में पहनते ही कोरोना वायरस से ऐसे बचाएगी
उन्नाव। उत्तर प्रदेश के उन्नाव निवासी एक इंजीनियर ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए एक डिवाइस बनाई है। इंजीनियर के मुताबिक इस डिवाइस को घड़ी की तरह हाथ में पहना जा सकता है। कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क से बचाने में यह काफी मददगार है। एक से डेढ़ मीटर के दायरे में अगर कोई व्यक्ति आएगा तो यह डिवाइस उसका पता कर अलार्म बजा देगी। इस डिवाइस का नाम इंजीनियर आशीष शर्मा ने WS DAD रखा है। Wearing Social Distancing Alarming Device इसका पूरा नाम है।
कोई करीब आएगा तो बज उठेगा अलार्म
WS DAD डिवाइस की खासियत यह है कि इसमें लगा अल्ट्रासोनिक सेंसर डिस्टेंस मापने का काम करता है। इसमें एक ट्रांसमीटर, एक सेंडर और एक रिसीवर लगा है। इस डिवाइस को घड़ी की तरह में हाथ में पहनकर निकलने पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना आसान है जो कि कोरोना से बचाव के लिए बहुत जरूरी है। यह डिवाइस एक से डेढ़ मीटर के दायरे को कवर करता है, उस दायरे में किसी भी इंसान के आने पर यह अलार्म बजा देता है।
घर बैठे लॉकडाउन में मिला आइडिया
उन्नाव के शुक्लागंज निवासी युवा इंजीनियर आशीष शर्मा आईआईटी कानपुर में काम करते हैं। लॉकडाउन में घर बैठे उनको पुलिस प्रशासन की मदद करने के ख्याल से यह आइडिया सूझा और यह डिवाइस बना डाली। आशीष ने बताया कि इस डिवाइस को बनाने में 300 रुपए की लागत आई है। कहा कि अगर सरकार या बड़ी कंपनी इस डिवाइस को बनाएगी तो इससे भी कम पैसे में यह तैयार हो सकती है।
इसका नाम WS DAD क्यों रखा?
आशीष शर्मा ने बताया कि पिता हमें जीवनभर किसी भी परेशानी से बचने के लिए सावधान करते रहते हैं। यही सोचकर उन्होंने इस डिवाइस का नाम डैड पर रखा। यह डिवाइस भी हमें कोरोना वायरस के संक्रमण से सावधान रहने को कहेगी। उन्होंने कहा कि इस डिवाइस को स्टोर, बैंक जैसी जगहों पर भी उपयोग किया जा सकता है।
बेंगलुरु के वैज्ञानिक ने किया दावा, कोरोना वायरस को 'बेअसर' कर सकती है ये डिवाइस