उन्नाव: बाबा की अंतिम इच्छा पोते ने की पूरी, हेलीकॉप्टर से दुल्हन को गांव लेकर पहुंचा
उन्नाव। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के हसनगंज कोतवाली क्षेत्र में एक दूल्हा अपनी दुल्हन को हेलीकॉप्टर ले लेकर गांव पहुंचा। हेलीकॉप्टर से गांव पहुंची नवविवाहिता का स्वागत करने के लिए परिजनों के साथ आसपास के गांव वाले भी पहुंच गए। लेकिन दूल्हे को उस समय मुश्किल का सामना करना पड़ा, जब एसडीएम और सीओ ने पायलट को धमकाकर जबरन हेलिकॉप्टर उड़ान का आनंद लिया। वहीं, हसनगंज के एसडीएम प्रदीप कुमार वर्मा ने कहा कि धमकाने जैसी बातें बिल्कुल बेबुनियाद हैं। हेलिकॉप्टर लैंडिंग के लिए अनुमति लेने आए व्यक्ति ने खुद ही गुजारिश की थी कि वे हेलिकॉप्टर में चढ़ें।
बाबा की अंतिम इच्छा की पूरी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हसनगंज थानाक्षेत्र के मुशेपुर गांव निवासी रवि यादव की शादी जबलपुर की प्रियंका से तय हुई थी। पेशे से एयरक्राफ्ट इंजिनियर रवि कतर में जॉब करते हैं। कई साल पहले दम तोड़ चुके रवि के बाबा ने इच्छा जताई थी कि रवि की दुल्हन हेलिकॉप्टर से घर आए। शनिवार को रवि की शादी लखनऊ के एक फार्म हाउस में हुई थी। रविवार दोपहर को रवि अपनी पत्नी प्रियंका को लेकर हेलिकॉप्टर से मूसेपुर गांव आए।
गांववालों ने किया नवविवाहिता का स्वागत
दरअसल, रवि ने साल 2009 में केंद्रीय परीक्षा संगठन की परीक्षा पास की तो बाबा घनश्याम सिंह के साथ पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई थी। उस समय बाबा ने कहा था कि अब मेरा पोता हवाई जहाज से बहू लाएगा। इस बात को कहने के करीब 8 घंटे बाद दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई थी। बाबा की इच्छा पूरी करने के लिए रवि हेलीकॉप्टर से दुल्हन को लेकर गांव पहुंचा। हेलिकॉप्टर से मूसेपुर गांव नवविवाहिता को देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई। पूरा गांव बहू के स्वागत के लिए एकत्र हो गया।
हैलीपैड पर पूरी की रस्में
हेलिकॉप्टर 12 बजकर 32 मिनट पर गांव के बाहर प्रधान आशीष तिवारी के खेत में उतारा गया। जहां ग्रामीणों का देखने का तांता लग गया। रवि के पिता राम किशोर यादव माता कमलेश कुमारी, बहन निधि यादव, छोटा भाई अभिषेक यादव हेलीपैड पर पहुंचे और बहू को उतार कर घर ले गए।
एसडीएम और सीओ पर धमकाने का आरोप
आरोप है कि हसनगंज के एसडीएम प्रदीप कुमार वर्मा और सीओ भीम कुमार गौतम ने कथित तौर पर पायलट को धमकाया और करीब 25 मिनट तक आसमान में उड़ान भरी। वहीं, एसडीएम प्रदीप कुमार के अनुसार, कानपुर के विष्णु नाम के शख्स शनिवार को हेलिकॉप्टर लैंडिंग के लिए अनुमति लेने आए थे। उन्होंने 'रवि को बताया गया था कि सामान्य दिनों में किसी अनुमति की जरूरत नहीं है लेकिन डीजीसीए में औपचारिकता पूरी करने के लिए उन्हें अनुमति दी गई थी। इसके बाद संबंधों का हवाला देते हुए उन्होंने मौके पर आने और हेलिकॉप्टर में उड़ान भरने के लिए कहा। इनकार पर कई बार जिद की तो वहां गए। स्वैच्छिक रूप से आयोजक और पायलट पूरे उन्नाव का चक्कर लगवाना चाहता था।