उन्नाव: अमिताभ ने केबीसी में पहुंची नूपुर की ये इच्छा पूरी की, लोगों की आंखो से छलके आंसू
उन्नाव। महानायक अमिताभ बच्चन का बेहद पॉपुलर टीवी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' (केबीसी) का 11वां सीजन शुरू हो गया है। इस बार केबीसी के 11वें सीजन में कंटेस्टेंट के तौर पर पहुंची हैं नूपुर चौहान। नूपुर यूपी के उन्नाव की रहने वाली हैं, और जन्म से ही पैरों से दिव्यांग हैं। शुक्रवार को नूपुर ने केबीसी में 12 सवालों के सही जवाब देते हुए 12.50 लाख रुपये जीते हैं। वह इस धनराशि से पहले अपना घर बनवाना चाहती हैं। उनके इस जज़्बे को प्रोमो में अमिताभ बच्चन भी सराहते नजर आ रहे हैं।
शो के दौरान अमिताभ ने पिलाया नूपुर को पानी
कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) शो में बिग बी के सामने बैठी नूपुर ने शुक्रावर को दूसरे दिन का खेल जारी रखा। बता दें कि नूपुर सिंह चौहान ने 12 सवालों का सही जवाब देकर 12.50 लाख रुपये जीते। इस बीच 11वें प्रश्न के उत्तर में नूपुर ने पानी पीने की इच्छा जाहिर की तो अमिताभ बच्चन ने नूपुर को पानी पिलाया। अमिताभ बच्चन की विनम्रता देख मौके पर मौजूद मां और भाई समेत अन्य लोगों की आंखों में आंसू आ गए। उसकी इस शोहरत और बुलंदी को देख शो में बैठा हर चेहरा ही नहीं पूरा जिला खुशी और उत्साह से झूम उठा। नूपुर के गांव में खुशी का अलग ही माहौल रहा। एक दूसरे को नूपुर की सफलता के किस्से सुनाकर उसके जैसी बेटी हर किसी के नसीब में होने की चर्चा चलती रही।
अमिताभ बच्चन ने की उसकी लगन और मेहनत की तारीफ
नूपुर गुरुवार को आखिरी दस मिनट में फास्टेड फिंगर फर्स्ट का पायदान पारकर वह बिग बी के सामने हॉट सीट पर बैठने की हकदार बनीं। एक के एक बाद अमिताभ के पांच सवालों के जवाब देकर नूपुर ने 10 हजार रुपये जीते और समय खत्म होने पर दूसरे दिन शुक्रवार को फिर हॉट सीट पर पहुंची। लेकिन 25 लाख रुपये 13वें सवाल पर वह अटक गई और उन्होंने गेम क्विट कर लिया। तमाम विकट परिस्थितियों से लड़कर में इस मुकाम तक पहुंचने वाली नूपुर की मेहनत और लगन की सिर्फ कार्यक्रम में मौजूद दर्शक व जिले के लोगों ने ही नहीं बल्कि अमिताभ बच्चन ने भी तारीफ की।
बताया क्यों नहीं बैठती ट्राईसाइकिल पर
उन्नाव के बीघापुर तहसील के गांव कपूरपुर निवासी किसान रामकुमार सिंह मुन्ना की बेटी नूपुर सिंह चौहान जन्म से ही पैरों से दिव्यांग हैं। केबीसी के शो के दौरान उन्होंने एक सवाल के जवाब में बताया कि वह ट्राईसाइकिल पर बैठने से डरती है। इसी वजह से अब तक तीन लोगों से मिली ट्राईसाइकिल दूसरे जरूरतमंदों को दे दीं। अमिताभ बच्चन ने जब यह पूछा कि वह ट्राईसाइकिल पर बैठने से क्यों डरती हैं। तो बताया कि उसे लगता है कि अगर वह इसमें बैठीं तो फिर खड़ी नहीं हो पाएंगी। अपनी जिंदगी का पहला कदम 8 साल 3 माह की उम्र में रखा था। अब वह जिंदगी में किसी के सहारे नहीं चलता चाहतीं।
नूपुर की कहानी पर आंखें हुई नम
अमिताभ के सामने अपने जीवन की कहानी बताते हुए नूपुर की आंखें नम हो गईं तो पूरा माहौल गमगीन हो गया। नूपुर ने कहा कि पैदा होने के बाद नर्स ने उसे डस्टबिन में फेंक दिया था। रिश्तेदार के पैसा देने के बाद नर्स ने उसे डस्टबिन से निकालकर साफ किया और ठोका तो रोने लगी। उसके बाद 12 घंटे लगातार रोती ही रही थी। डॉक्टरों की ओर से सही इलाज न मिलने की वजह से आज उसका यह हाल है।