उदयपुर : खेरवाड़ा SHO ढाई लाख की घूस लेते ट्रेप, केस में जो धारा लगाई ही नहीं वो हटाने के 4 लाख वसूले
उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर जिले के खेरवाड़ा थानाधिकारी (एसएचओ) को भ्रष्टाचार निरोध ब्यूरो डूंगरपुर की टीम ने मंगलवार को ढाई लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। खेरवाड़ा एसएचओ भंवरलाल बिश्नोई रिश्वत के डेढ़ लाख रुपए पहले ले चुका था। रिश्वत की यह राशि बिश्नोई ने एक मामले धारा हटाने की एवज में ली।
एसीबी में 9 फरवरी को शिकायत
डूंगरपुर एसीबी के डीएसपी गुलाब सिंह ने बताया कि स्वास्तिक कॉलेानी, खेरवाड़ा निवासी अमित बालेश्वर ने एसीबी में 9 फरवरी को शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसमें बताया कि उसके खिलाफ खैरवाड़ा थाने में एक मुकदमा दर्ज हुआ था।
साढ़े चार लाख मांगे, सौदा चार लाख में हुआ
इस केस में 452 आईपीसी हटाने के लिए थानाप्रभारी सब इंस्पेक्टर भंवरलाल बिश्नोई ने साढ़े चार लाख रुपए रिश्वत की मांग की। सौदा चार लाख में तय हुआ। इसके बाद वह उसे डरा धमकाकर डेढ़ लाख रुपए तो वसूल लिए और शेष राशि के लिए दबाव बना रहा था। एसीबी ने शिकायत का 10 फरवरी को सत्यापन करवाया और मंगलवार जाल बिछाकर आरोपी एसएचओ को ट्रेप कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी भंवरलाल बिश्नोई जोधपुर का रहने वाला
पीड़ित व्यक्ति का यह भी आरोप है कि उसे बाद में पता चला कि एसएचओ बिश्नोई उससे मुकदमे में जो धारा हटवाने के नाम पर रिश्वत ले रहा था वो धारा लगाई ही नहीं गई। गिरफ्तार आरोपी भंवरलाल बिश्नोई जोधपुर के लूणी थाना इलाके के विष्णु नगर का रहने वाला है। 7 फरवरी को आईजी उदयपुर विनीता ठाकुर ने बांसवाड़ा जिले में ट्रांसफर किया था। लेकिन वह खेरवाड़ा थाने से रिलीव नहीं हुआ था।
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