Facebook, WhatsApp के जमाने में पत्र लिखती है 90 साल की दादी पुष्पलता धाकड़, वजह बेहद भावनात्मक
उदयपुर। मिलिए इनसे। ये हैं पुष्पलता धाकड़। 90 साल की हो चुकी हैं। बीते कई दशक से पत्र लेखन जारी रखे हुए हैं। भले ही जमाना फेसबुक वाट्सऐप को हो, मगर पुष्पलता अपनों और रिश्तेदारों को पत्र लिखकर हाल चाल पूछना नहीं भूलतीं। इनके अलावा प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राष्ट्रपति को भी पत्र लिख चुकी हैं। इस बात का सबूत पुष्पलता धाकड़ के घर सहेज कर रखे गए उनके जवाबी पत्र हैं।
राजस्थान के उदयपुर में 62 बी रानी रोड निवासी पुष्पलता धाकड़ सरकारी स्कूल में शिक्षिका पद से रिटायर हैं। पुष्पलता बताती हैं कि वो जमाना भी देखा है जब पढ़े-लिखे लोग गिनती के ही थे। तब उनसे अपनों को पत्र लिखवाने और पढ़वाने के लिए लोग उनकी राह ताकते रहते थे।
उसी समय मन में ख्याल आया तो पुष्पलता ने भी अपनों और रिश्तेदारों को पत्र लिखने शुरू कर दिए थे, वो सिलसिला आज भी जारी है। अब तक पांच सौ से ज्यादा पत्र लिख चुकी हैं। इनके तीन बेटों का भरा पूरा परिवार है। परिवार के हर किसी सदस्य को पुष्पलता के खत का बेसब्री से इंतजार रहता है। मौका चाहे किसी त्योहार, जन्मदिन का हो या कोई दुख की घड़ी। पुष्पलता खत लिखना नहीं भूलती।
54 साल पहले इंदिरा गांधी को लिखा खत
मीडिया से बातचीत में पुष्पलता बताती हैं कि 54 साल पहले 1966 में जब इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री बनी थीं। तब उनको देशभर से शुभकामनाओं के पत्र मिले थे। उन्हीं एक पत्र पुष्पलता धाकड़ का भी था। पूर्व राष्ट्रपति वीवी गिरी को 1969 और राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को वर्ष 2014 में पत्र लिखा। इन नेताओं ने पुष्पलता को जवाबी पत्र भी लिखे।