राजस्थान के इस डॉक्टर ने बना डाली सेनेटाइजेशन की अनूठी मशीन, अब चीन से मंगवाने की जरूरत नहीं
उदयपुर। कहते हैं आवश्यकता आविष्कार की जननी है। इसी सोच के साथ राजस्थान के उदयपुर के एक डॉक्टर ने कमाल कर दिखाया है और ऐसी सेनेटाइजेशन मशीन बना डाली, जो पूरी तरह से मेड इन इंडिया है। अब चीन से सेनेटाइजेशन के लिए मशीन मंगवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
पेंटेंट के लिए किया आवेदन
उदयपुर के डॉ. वैभव पारीक ने सेनेटाइजेशन मशीन बनाने के बाद इसके पेंटेंट के लिए भी आवेदन कर दिया है। मेड इन इंडिया के तहत ना सिर्फ यहां इसका निर्माण किया जा रहा है, बल्कि दर्जनों लोगों को इसके माध्यम से रोजगार भी दिया जा रहा है। कोरोना संकट में सेनेटाइजर की सर्वाधिक मांग को देखते हुए लेकसिटी के युवा डेंटिस्ट डॉ. वैभव पारीक इसी क्षेत्र में नवाचार का मानस बनाया और उसमें सफलता भी हासिल की। बेहद कम समय में पहले देखा गया ख्वाब अब साकार होने लगा है।
हर जगह को सेनेटाइज करने में मददगार
डॉ. वैभव पारीक ने ऐसी यूवी सेनेटाइजर मशीन बनाई है, जो अब तक चाइना से इंपोर्ट की जाती थी। चाइना से आने वाले प्रोडक्ट पर ज्यादा भरोसा नहीं किया जा सकता। इसीलिये डॉ. वैभव ने स्वयं इसकी डिजाइन तैयार किया और प्रोडक्शन भी करना शुरू कर दिया। इसकी खासियत इसमें लगने वाले मुवेबल रिफ्लेक्टर हैं, जो व्यक्ति को सुरक्षित रखते हुए हर जगह को सेनेटाइज करने में सहायता करते हैं।
हैण्ड हेल्ड डिवाइस में 2 ट्यूबलाइट लगाई
हैण्ड हेल्ड डिवाइस में 2 ट्यूबलाइट लगाई गई हैं जो 11 वाल्ट और आठ इंच की है। यूवीसी ब्लास्टर में 6 ट्यूबलाइट हैं, जो बड़े स्पेस को संक्रमण मुक्त करने के लिये बनाई गई है। डॉ. पारीक ने बताया कि इससे घातक किरणें निकलती हैं जिससे आंखों और त्वचा को बचाकर रखना होता है। रिमूवेबल रिफ्लेक्टर लगाकर उन्होंने इसी खतरे को कम करने की कोशिश की है। डॉ. पारीक ने बताया कि उन्होंने दो मशीनें बनाई हैं। इनमें एक हैण्ड हैल्ड डिवाइस हैं तो वहीं, दूसरी यूवीसी ब्लास्टर है। दोनों में फर्क है। एक मशीन हाथ में लेकर वस्तुओं को सेनटाइज करने के काम में आती हैं और दूसरी मशीन किसी भी बड़े कमरे, मॉल, शॉप, ऑफिस को चंद मिनटों में संक्रमण मुक्त कर देती हैं।
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