तीसरी शादी के 7 दिन बाद अंडरग्राउंड हुई दुल्हन, DSP चेतना भाटी ने फिल्मी स्टाइल में ढूंढ निकाला
उदयपुर। ससुराल में कदम रखे महज सात दिन हुए थे। इसके बाद नई नवेली यह दुल्हन इस कदर अंडरग्राउंड हुई कि कई पुलिस अधिकारियों ने तलाश कर डाली, मगर यह नहीं मिली। हद तो तब हो गई जब एक जांच अधिकारी (आईओ) ने यहां तक निष्कर्ष निकाल डाला कि जिस दुल्हन को भगोड़ी बताया जा रहा है वो इस दुनिया में है ही नहीं।
राजस्थान के उदयपुर का भगोड़ी दुल्हन केस
राजस्थान की उदयपुर पुलिस की इस कड़वी हकीकत और दुल्हन के अंडरग्राउंड होने के राज का खुलासा उस समय हुआ जब चौथी जांच अधिकारी के रूप में एक महिला डीएसपी को मामला सौंपा गया। उदयपुर की महिला डीएसपी चेतना भाटी ने महज दो माह की जांच पड़ताल में दुल्हन को ढूंढ निकाला।
1.15 लाख रुपए लेकर करवाई शादी
दरअसल, हुआ यूं कि राजस्थान के उदयपुर जिले के गोगुंदा पुलिस थाने में जवान सिंह नाम के एक शख्स ने रिपोर्ट दी कि उदयपुर के खमनोर के सिरोही भागल निवासी सोहन सिंह और सेमा निवासी मांगू ने 1.15 लाख रुपए लेकर उदयपुर की ही हंसा नामक महिला से उसकी शादी करवाई।
दलालों ने नहीं लौटाए रुपए
शादी के बाद हंसा महज 7 दिन तक जवानसिंह के साथ रही और फिर अचानक घर छोड़कर चली गई। काफी तलाश करने पर भी वह नहीं मिली। इस पर जवान सिंह शादी करवाने वाले दलालों से रुपए वापस मांगे तो वे भी मुकर गए। जवान सिंह ने गोगुंदा पुलिस थाने में रिपोर्ट लिखवा दी।
ये जांच अधिकारी हुए थे फेल
पूरे मामले में एएसआई रतनसिंह, सुल्तान सिंह और पीराराम तीन जांच अधिकारी रहे। तीनों ने ही मामले को गंभीरता से नहीं लिया। पुलिस अधिकारी का दूसरी जगह ट्रांसफर होने के बाद जांच अधिकारी बदलते रहे। एएसआई रतनसिंह ने तो मामले का कोर्ट में चालान पेश करते समय यह तक लिख दिया कि हंसा नाम की कोई महिला होने की संभावना नहीं है। हालांकि चालान कोर्ट पेश नहीं हुआ। उससे पहले जांच अधिकारी बदलने से पूरे मामले का खुलासा हो गया।
आईजी के सामने पेश हुआ पीड़ित पति
उदयपुर की इस भगोड़ी दुल्हन हंसा के मामले में एफआर लगती उससे पहले पीड़ित पति जवान सिंह उदयपुर आईजी बिनीता ठाकुर के सामने पेश हुआ था। अपनी पीड़ा बताई और किसी ईमानदार पुलिस अधिकारी से मामले की जांच करवाने की मांग की। इस पर आईजी ने चौथे जांच अधिकारी के रूप में डीएसपी चेतना भाटी को जांच सौंपी। डीएसपी चेतना भाटी ने महज दो माह में पूरे मामले की कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए लापता दुल्हन हंसा को खोज निकाला।
इनसे भी हुई हंसा की शादी
डीएसपी चेतना ने बताया कि जांच में सामने आया कि हंसा की जवान सिंह के साथ तीसरी शादी थी। उससे पहले ओगणा के महुला निवासी देवा के साथ शादी रचाई। देवा से बेटा शंकर पैदा हुआ। देवा की मौत के बाद हंसा ने ओगणा भीमड़ी के लक्ष्मण से दूसरी शादी की, जो दस साल तक चली। इस बीच तीन बेटी कंकू, शांता और सुगना पैदा हुई। दूसरे पति लक्ष्मण को छोड़कर हंसा ने जवान सिंह के साथ तीसरी शादी की।
हंसा को नहीं ढूंढते तो बच जाते दलाल
डीएसपी चेतना भाटी ने बताया कि हंसा की शादियां और लापता होने का मामला काफी उलझा हुआ था। तीन जांच अधिकारी प्रकरण को सुलझा नहीं सके थे। मेरे पास मामला आया तो सबसे पहले हंसा की तलाश पर जोर दिया, क्योंकि हंसा नहीं मिलने पर केस कमजोर हो रहा था। ऐसे में रुपए लेकर शादी करवाने वाले दलालों को भी सजा दिलवा पाना मुमकिन नहीं था। अब हंसा पुलिस की गिरफ्त में है।
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