राजस्थान के अम्बिका माता मन्दिर से है कंगना रनौत का खास रिश्ता, जानिए 150 साल पुरानी कहानी
उदयपुर। अभिनेत्री कंगना रनौत और महाराष्ट्र की शिवसेना सरकार आमने-सामने है। शिवसेना नेता संजय राउत के विवादित बयानों से शुरू हुआ मामला बीएमसी द्वारा कंगना के दफ्तर पर बुलडोजर चलाए जाने से लेकर कोर्च कचहरी तक पहुंच गया है। कंगना ने ट्वीट कर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उधव ठाकरे तक को सीधे तौर पर ललकार दिया। वहीं, शिवसेना द्वारा कंगना का जमकर विरोध किया जा रहा है। कंगना के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज करवा दी गई है।
कंगना रनौत बनाम महाराष्ट्र सरकार
देशभर की सुर्खियां बन रहे कंगना रनौत बनाम महाराष्ट्र सरकार के इस मामले के बीच जानिए कंगना का राजस्थान के अम्बिका माता मंदिर से खास रिश्ता। कहते हैं इसी देवी मां के आर्शीवाद से कंगना को अन्याय के खिलाफ लड़ने की ताकत मिलती है। अम्बिका माता मंदिर व कंगना के रिश्ते की यह पूरी कहानी डेढ़ सौ साल पुरानी है।
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12 सौ साल पुराना है अम्बिका माता का मंदिर
बता दें कि राजस्थान के उदयपुर जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर गांव जगत में अम्बिका माता का मंदिर है। यह मंदिर अपनी स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध है। इसे मेवाड का खजुराहो भी कहा जाता है। देवी मां का यह मंदिर 1200 साल पुराना बताया जाता है।
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कंगना के परिवार की कुलदेवी हैं अम्बिका माता
राजस्थान पत्रिका की खबर के मुताबिक उदयपुर के जगत की अम्बिका माता कंगना रनौत के परिवार के परिवार की कुलदेवी हैं। करीब डेढ़ सौ साल पहले कंगना के पूर्वज यहीं रहते थे। फिर यहां से हिमाचल के मंंडी जाकर बस गए, मगर इस मंदिर में कंगना के परिवार की आज भी गहरी आस्था है।
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कंगना ने पूरा किया मां का सपना
पूर्व में मीडिया से बातचीत में कंगना रनौत ने बताया कि उनकी मां आशा रनौत को सपने में कन्या दिखाई देती थी। पंडितों से इस बात का जिक्र किया तो उन्होंने कन्या को उनकी कुल देवी बताया। मां के इस सपने के आधार पर कंगना व उनके परिवार ने अपने गांव में कुल देवी का नया मंदिर बनवाने का मन बनाया। इससे पहले अपनी कुल देवी के पुराने मंदिर के बारे में तलाश शुरू की, जो उदयपुर के जगत स्थित अम्बिका माता मंदिर में आकर पूरी हुई।
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जब कंगना आई अम्बिका माता मंदिर में
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वर्ष 2018 में कंगना जगत के अम्बिका माता मंदिर में आईं। यहां पर विशेष पूजा पाठ करवाया। फिर से मां की ज्योति लेकर हिमाचल प्रदेश स्थित अपने गांव धबोई लेकर गईं। धबोई में वर्ष 2019 में कंगना ने देवी मां के मंदिर का निर्माण करवाया। इस मंदिर के निर्माण के राजस्थान के लाल पत्थर का इस्तेमाल किया गया। उदयपुर के ही पंडितों ने मंदिर में कुलदेवी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करवाई।