क्राइम पेट्रोल देख महिला ने भाजपा मंत्री को भेजा लेटर, ऐसी बात लिख मांगे 1.50 करोड़ रुपए
बारडोली। स्थानीय विधायक और सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री ईश्वर परमार से डेढ़ करोड़ की फिरौती मांगी गई। मामले की जांच में जुटी पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर एक महिला को गिरफ्तार किया। महिला के मुताबिक, क्राइम सीरियल को देखकर उसने अमीर होने के लिए यह प्लान बनाया था। बता दें कि पहले भी एक महिला ने मंत्री ईश्वर परमार से दो करोड़ की फिरौती मांगी थी।
रेप के आरोप में बदनाम करने की धमकी
15 जुलाई को भाजपा के पूर्व शहर प्रमुख सुरेन्द्रसिंह मानसिंह परमार के घर के बाहर एक बंद लिफाफा उनकी पत्नी को मिला। पत्र में ईश्वर परमार को रेप के आरोप में बदनाम करने और उनके परिजनों को जान से मारने की धमकी दी गई। साथ ही 1.50 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी गई थी। इस घटना के बाद मंत्री के बाबैन स्थित घर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। पत्र में 1.50 करोड़ रुपए सरभोण के हठीला हनुमान मंदिर के पास लेकर आने को कहा गया। एक युवक को बैग लेकर भेजा गया लेकिन 3-4 घंटे तक खड़े रहने पर कोई नहीं आया। बाद में मंत्री ने प्रदेश के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को भी जानकारी दी और ऑफिस के कर्मचारी अनिल परमार ने शनिवार रात को अज्ञात महिला के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई।
क्राइम पेट्रोल देखकर बनाया प्लान
मामले की जांच में जुटी पुलिस ने बस स्टैंड के आसपास सीसीटीवी खंगाले, जिसमें पंजाबी ड्रेस पहने हुए एक महिला दिखाई दी। पुलिस ने सीसीटीवी के आधार पर आनंदनगर निवासी प्रवीणा महेश मैसूरिया को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि उसका पति महेश स्कूल वैन चलाता है और घर की आर्थिक स्थित अच्छी नहीं होने के कारण उसने क्राइम पेट्रोल जैसी टीवी सीरियल देखकर बड़े आदमी को फंसाने का प्लान बनाया था।
मंत्री ईश्वर परमार को पहले भी मिल चुकी है धमकी
बता दें, 18 जून को भाविन माह्यावंशी को लीनियर बस स्टैंड पर एक अज्ञात महिला ने बंद लिफाफा देकर राज्यमंत्री ईश्वर परमार के कार्यालय पहुंचाने को कहा था। भाविन ने यह पत्र मंत्री के कार्यालय पर मौजूद कर्मचारी अनिल परमार को दिया। अनिल ने कवर खोलकर पत्र पढ़ा तो इसमें लिखा था कि, 'यह लेटर मिलते ही किसी भी प्रकार के सवाल और फोन करे बिना नवसारी ग्रिड के पास एक लेडीज खड़ी होगी इसको दो करोड़ रुपए दे देना। वहीं सीधा मेरे घर के पीछे आना वहां पर हकीकत बताऊंगी। क्योंकि मेरी बेटी की जिंदगी का सवाल है। ऐसा नहीं किया तो तेरे बेटे की सौगंध है। दर्शना बेन का जयहिंद।' बाद में अनिल परमार ने पत्र के बारे में मंत्री ईश्वर परमार को जानकारी दी थी, जिसके चलते यह मामला पुलिस के पास पहुंचा था, लेकिन उस समय पुलिस के हाथों कुछ भी नहीं लगा था। हालांकि, प्रवीणा ने अभी तक पहले के लेटर के बारे में कुछ भी स्वीकार नहीं किया है, लेकिन पुलिस को आशंका है कि वह खत भी प्रवीणा द्वारा ही लिखा गया था और एक बार पकड़े नहीं जाने पर उसने दोबारा मंत्री से फिरौती मांगने की हिम्मत की है।