70 भक्तों से भरी थी बस, ड्राइवर से नहीं लगा ब्रेक तो 150 फीट गहरी खाई में गिरने लगी, पेड़ ने बचाया
सूरत। गुजरात में 70 श्रद्धालुओं से भरी एक बस हादसे का शिकार होते-होते बची। यूटर्न लेते समय वह सड़क से उतरकर वह खाई में गिरने लगी, लेकिन सड़क की साइड में नीचे खड़े पेड़ों की वजह से रुक गई। यदि पेड़ नहीं होता वह लुढ़कते हुए 150 फीट गहरी खाई में गिर जाती और कोई जिंदा नहीं बचता। घटना सूरत के पास सापूतारा की है, जहां से होते हुए श्रद्धालु शिरडी जा रहे थे। रविवार, सुबह करीब साढ़े छह बजे उनकी बस मालेगांव घाट मार्ग पर यूटर्न लेते समय ड्राईवर से बेकाबू हो गई। सड़क से उतरकर नीचे गिरने लगी, मगर तभी पेड़ से टकराकर तीखी खड़ी रह गई। वहां बड़ा पेड़ और चट्टानें थीं, गनीमत रही कि उनकी वजह से बस में सवार सभी यात्रियों की जान बच गई।
एक पेड़ ने बचा ली 70 जिंदगियां
संवाद सूत्रों के मुताबिक, सूरत के सहारा दरवाजा इलाके में रहने वाले बुधाभाई राठौड़ के पौत्र विजय राठौड़ का मुंडन कराने राठौड़ परिवार के लोग अपने रिश्तेदारों को लेकर शिरडी जा रहे थे। उन्होंने सभी लोगों के लिए श्रीजी ट्रेवल्स की बस बुक की थी। वह बस रविवार तड़के मालेगांव घाट मार्ग पर रोड से बाहर हो गई। बता दें कि, सापूतारा-मालेगांव घाट मार्ग पर्वतीय इलाके में पड़ता है। बारिश के दिनों यहां भू-स्खलन की वजह से बहुत हादसे होते हैं। चट्टानें और मिट्टी हटाने में देरी की वजह से सैलानी घंटों ट्रैफिक जाम में फंस जाते हैं।
ड्राइवर से नहीं लगा ब्रेक और बस सड़क से बाहर हो गई
हालांकि, बीते दिनों यहां किसी तरह से यातायात बाधित तो नहीं था। मगर, मोड़ पर ऐन मौके पर बस ड्राइवर द्वारा ब्रेक नहीं लगाए जाने के चलते वह बस सड़क से बाहर हो गई। वह लुढ़ककर नीचे जाने लगी, तभी पीछे खड़े पेड़ से टकराई। पेड़ ने बस को लुढ़कने से बचा लिया।
लोगों ने भगवान का शुक्रिया किया
घटना में आश्चर्यजनक रूप से बचे लोगों ने भगवान का शुक्रिया किया। एक यात्री ने कहा कि अगर पेड़ नहीं होता तो बस निश्चित ही खाईं में गिर जाती और 70 लोगों की जिंदगियां हादसे का शिकार होतीं। पेड़ की वजह से सापूतारा में भयंकर हादसा होने से बच गया। वहीं, कुछ यात्रियों ने कहा कि वे अब पेड़ लगाकर इस हादसे को भुलाएंगे।