सूरत के सबसे बुजुर्ग कोरोना मरीज ने 20 दिन वेंटिलेटर पर रहकर वायरस को मात दी, 29 दिन बाद स्वस्थ घर लौटे
सूरत। गुजरात में कोरोना का हॉट्स्पॉट बने सूरत जिले में अब कुछ राहत मिली है। बीते रोज यहां 206 कोरोना मरीज ठीक हुए, जबकि 2 की मौत हुई। कई ऐसे मरीज भी ठीक हुए, जिनकी उम्र काफी ज्यादा थी। शहर में एक 95 वर्षीय बुजुर्ग ने कोरोना को हरा दिया। उनका नाम है- अरजणभाई तेजानी।
कोरोना को हराकर लौटे 95 साल के अरजणभाई
95 वर्षीय अरजणभाई तेजानी ऐसे बुजुर्ग हैं जिन्होंने 29 दिन में कोरोना को हराया। वह सूरत के सबसे बुजुर्ग कोरोना मरीज हैं, जिन्होंने वायरस के संक्रमण से मुक्ति पाई है। उन्हें हॉस्पिटल में 20 दिन ऑक्सीजन पर रखा गया था। इलाज के दौरान उन्होंने धैर्य नहीं खोया और डॉक्टरों के कहेनुसार उपचार लेते रहे। आखिरकार उन्होंने कोरोना को मात दे दी।
बुजुर्गों के लिए ज्यादा खतरनाक है बीमारी
डॉक्टरों के मुताबिक, कोरोना के संक्रमण से हुई अधिकांश मौतें इस महामारी के खौफ से हुईं। यही वजह है कि मरीजों को डॉक्टर ज्यादा से ज्यादा सकारात्मक रहने की अपील करते हैं। हालांकि, कोरोना बुजुर्गों के लिए ज्यादा खतरनाक है। जिसके चलते देश-दुनिया में बुजुर्ग ही ज्यादा मरे। बीते रोज सूरत में ही शहर और ग्रामीण इलाके के एक-एक बुजुर्ग की इलाज के दौरान मौत हो गई।
2436 लोगों का चल रहा उपचार
बीते रोज सूरत के मांडवी निवासी 73 वर्षीय और भागल निवासी 74 वर्षीय बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया। इस तरह इस जिले में अब तक 853 मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं, अभी अलग-अलग अस्पतालों में 2436 एक्टिव मरीजों का इलाज चल रहा है। शहर के 155 और ग्रामीण के 51 यानी 206 मरीज डिस्चार्ज भी हुए हैं। इनको मिलाकर अब तक 20,066 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं।