सरकारी हॉस्पिटल में मरीज की अजीब बीमारी का इलाज, फेफड़े पर थी साढ़े 7 किलो की गांठ, साढ़े 5 घंटे में निकली
सूरत। गुजरात में सूरत के सरकारी अस्पताल स्मीमेर हॉस्पिटल में एक मरीज के गंभीर रोग का इलाज हुआ। यहां डॉक्टरों ने मरीज के फेफड़े से साढ़े 7 किलो की गांठ निकाली। इस ऑपरेशन में डॉक्टरों को साढ़े पांच घंटे का वक्त लगा। डॉक्टरों ने बताया कि, मरीज के फेफड़े से जो गांठ निकली, उसका वजन फेफड़े के वजन से 10 गुणा अधिक था। इस भारी-भरकम गांठ की वजह से मरीज को असहनीय दर्द होता था और कोई समझ नहीं पा रहा था कि उसे क्या बीमारी है। मरीज की पहचान मोराभागल निवासी 27 वर्षीय ऋषभ के तौर पर हुई है।
27 वर्षीय ऋषभ कॉन्ट्रेक्टर के बारे में जानकारी देते हुए स्मीमेर अस्पताल के डॉक्टर बोले कि, आर्थिक रूप से कम कमजोर ऋषभ ने इससे पहले एक निजी अस्पताल में अपनी जांच करवाई थी। वहां उससे कहा गया कि, ऑपरेशन होगा। ढाई से तीन लाख रुपए खर्च होंगे। इस पर ऋषभ के परिजन पीछे हट गए और उन्होंने फिर स्मीमेर में दिखाया। यहां ऋषभ का एक्सरे किया गया, जिसमें पता चला कि उसके फेफड़े में बड़ी गांठ है। सिटी स्कैन से सामने आया कि 15 बाई 15 बाई 10 की बड़ी गांठ है। जिसके बाद स्मीमेर में ही ऑपरेशन मुफ्त में किया गया। यह ऑपरेशन 10 नवंबर को स्मीमेर अस्पताल के सर्जरी यूनिट-3 के डॉक्टरों ने किया।
बहरहाल, ऋषभ की हालत स्थिर है। स्मीमेर हॉस्पिटल के डॉक्टरों का कहना है कि, यहां पिछले 6 से 7 माह से ऐसे मरीज दर्द और समस्या के साथ इलाज का इंतजार कर रहे थे। कई के पास इतनी रकम नहीं होती कि वे निजी अस्पताल में ऑपरेशन करवा सकें। ऐसे मरीजों को यहां मुफ्त में इलाज मुहैया कराया जा रहा है। यहां लगातार बड़े ऑपरेशन हो रहे हैं।