आए थे परीक्षा देने, तभी पता चला स्कूल की मान्यता रद्द हो गई, गुस्साए घरवालों ने मचाई तोड़फोड़
Gujarat News, सूरत। गुजरात में आज शुरू हुई परीक्षाओं में 10वीं और 12वीं कक्षाओं के 18 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया। यह परीक्षाएं यहां 63,000 CCTV कैमरों की निगरानी में 1607 केंद्रों पर आयोजित कराई जा रही हैं। परीक्षार्थियों के लिए 63,615 कक्षों की व्यवस्था भी कराई गई, लेकिन सूरत के रांदेर क्षेत्र में प्रभात तारा स्कूल की मान्यता रद्द होने के चलते बवाल हो गया। जो परीक्षार्थी घर से परीक्षा देने खुशी-खुशी निकले थे, उन्हें पता चला कि उनके स्कूल की मान्यता ही रद्द हो गई है।
परीक्षा से वंचित हुए परीक्षाओं ने यह बात अपने-अपने घरवालों को बताई। बच्चों का भविष्य दांव पर लगा देख अभिभावक आग-बबूला हो उठे। फिर क्या था, घर-घर से गुस्सा होकर लोग सेंटर पर पहुंचे। उन्होंने जमकर बवाल काटा। स्कूल में तोड़-फोड़ मचा दी गई। स्कूल संचालक वहां से दुबककर भाग निकले। जानकारी के अनुसार, इस स्कूल के कक्षा 10वीं के 54 छात्र बोर्ड परीक्षा से वंचित हो गए हैं। वे परीक्षा हॉल टिकट प्राप्त किए बिना वहां अड़कर बैठ गए। मगर, काफी टाइम बाद भी उनकी सुनवाई नहीं हुई। बताया जा रहा है कि अब यह मामला कोर्ट पहुंचेगा, तब इन छात्रों का कुछ हो सकेगा।
वहीं, अभिभावक और छात्रों ने जब जिला शिक्षा अधिकारी को शिकायत की तो वह कुछ नहीं बोल पाए। वहीं, अभिभावकों और छात्रों ने अपील की कि जब तक स्कूल का प्रश्न है तो प्रथम छात्रों को परीक्षा में बिठाया जाए, किन्तु ऐसा भी नहीं हो पाया। बता दें कि 2016 में भी शिक्षा विभाग ने स्कूल की मान्यता रद्द कर दी थी।
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