सूरत: इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने से पहले ही रिश्वत लेते पकड़ा गया अथॉरिटी का महाप्रबंधक
सूरत: इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने से पहले ही रिश्वत लेते पकड़ा गया अथॉरिटी का जॉइंट जनरल मैनेजर
Gujarat News, सूरत। सूरत को इंटरनेशनल एयरपोर्ट का दर्जा मिलने से पहले ही एयरपोर्ट अथॉरिटी का महाप्रबंधक रिश्वत लेते धर लिया गया है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की टीम ने संयुक्त महाप्रबंधक राधा रमण गुप्ता को नकदी के साथ अरेस्ट किया है। बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सूरत एयरपोर्ट के लिए दौरा होने वाला है, उनकी अगुवाई में ही ये इंटरनेशनल एयरपोर्ट का दर्जा हासिल करेगा।
काले
धन
से
एयरपोर्ट
को
चौड़ा
करवा
थे
गुप्ता?
एक
साल
पहले
सूरत
हवाई
अड्डे
में
संयुक्त
प्रबंधक
के
रूप
में
स्थानांतरित
राधा
रमण
गुप्ता
उर्फ
आर
आर
गुप्ता
को
सूरत
हवाई
अड्डे
के
विस्तारीकरण
का
कार्यभार
सौंपा
गया
था।
आरोप
हैं
कि
रमण
हवाई
अड्डे
के
विस्तारीकरण
का
काम
ब्लैक
मनी
से
करवा
रहे
थे।
इसे
लेकर
विभाग
के
लोगों
में
काफी
चर्चा
हो
रही
थीं,
किन्तु
ठोस
सबूतों
की
कमी
के
कारण
कोई
एक्शन
नहीं
लिया
जा
रहा
था।
जिसके
बाद
एसीबी
ने
नजर
रखनी
शुरू
कर
दी।
अपनी
टीम
को
सक्रिय
किया
और
रिश्वतकांड
के
आरोपी
को
दबोचने
के
लिए
ट्रैप
की
प्लानिंग
की।
30,000
रुपये
की
रिश्वत
लेते
हुए
गिरफ्तार
किया
इस
ट्रैप
के
अंतर्गत
एसीबी
ने
सूरत
एयरपोर्ट
अथॉरिटी
के
संयुक्त
प्रबंधक
गुप्ता
को
30,000
रुपये
की
रिश्वत
लेते
हुए
गिरफ्तार
किया।
ट्रैप
का
प्लानिंग
एसीबी
के
पीआई
बी.के.
वनार
की
अगुवाई
में
हुई।
जिसके
बाद
एसीबी
टीम
ने
हवाई
अड्डे
के
कार्य
से
जुड़े
ठेकेदार
की
शिकायत
पर
यह
कार्रवाई
शुरू
की।
बताया
जा
रहा
है
कि
संयुक्त
प्रबंधक
के
पद
पद
तैनात
गुप्ता
का
वेतन
1.5
लाख
रुपये
से
1.75
लाख
रुपये
के
बीच
है।
इसके
बावजूद
गुप्ता
को
कालेधन
के
आरोप
में
जेल
की
सलाखों
के
पीछे
अरेस्ट
कर
लिया
गया
है।