पिता नहीं दे पाया उधार के 7 हजार तो पड़ोसी ने 7 साल के बच्चे को मारकर गन्ने के खेत में फेंक दिया
सूरत। एक शख्स उधार लिए गए 7 हजार रुपए नहीं चुका पाया तो पड़ोसी ने उसके 7 साल के बच्चे की जान ले ली। बच्चे को मारकर पड़ोसी ने चुपके से गन्ने के खेत में फेंक दिया और वहां चला गया। उधर, बेटे के नहीं मिलने पर पिता को चिंता हुई और आस-पड़ोस के लोगों से पूछताछ की। उसे कई जगह खोजा भी, लेकिन कहीं पता नहीं चला। परिजनों ने फिर पुलिस के समक्ष गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने घरवालों से पूछा कि किसी तो तुम्हारा विवाद तो नहीं है, इस पर पिता ने अपने पड़ोसी का नाम लिया। जिसके बाद पुलिस ने पड़ोसी को पकड़कर पूछताछ की तो बच्चे की हत्या हो जाने का पता चला।
संवाददाता ने बताया कि, मामला सूरत शहर के भटार क्षेत्र का है, जहां के निवासी किशन साहनी के बच्चे का मर्डर हुआ है। किशन साहनी के मुताबिक 20 नवंबर को वह अपनी पत्नी ईशरावती और दोनों बच्चों (7 साल के बेटे आकाश और प्रिंस) के साथ छठ पूजा मनाने अलथाण टेनामेंट में शंकर भगवान के मंदिर गए थे। करीब शाम 7 बजे वहां से सभी घर लौट आए। उसके घंटेभर बाद आकाश घर के नीचे खेल रहा था, वहीं से वह लापता हो गया। मां उसे लेने घर के नीचे आई, लेकिन वह दिखाई नहीं दिया। आसपास के लोगों से पूछताछ किए जाने पर भी आकाश का पता नहीं चला। जिसके चलते उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई।
पुलिस घर आई और जांच-पड़ताल शुरू कर दी। पुलिस ने पूछा कि किसी पर शक तो नहीं है, इस पर किशन साहनी ने अपने पड़ोसी आदित्य पासवान (आदित्य उर्फ करन चौहान) पर शंका जताई। तब पुलिस ने आदित्य को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने आकाश की हत्या किए जाने का सच स्वीकारा। हत्यारा आदित्य बोला कि, मैंने सायण रोड निवासी मित्र सोन उर्फ बरकत अली की मदद से आकाश की गला दबाकर हत्या की और फि लाश को ओलपाड सायन रोड पर एक गन्ने के खेत में फेंक दिया। आकाश के जुर्म कुबूलने पर पुलिस वहां पहुंची जहां लाश फेंकी गई थी।
गन्ने के खेत से बच्चे की लाश को पुलिस ने फोरेंसिक पोस्टमार्टम के लिए न्यू सिविल अस्पताल में भेज दिया। जहां प्राथमिक जांच में बच्चे की गला दबाकर हत्या की गई होने पुष्टि हुई। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि, उस बच्चे के साथ कोई अश्लील हरकत की गई थी या नहीं, इसका भी पता किया जा रहा है। हत्यारोपी का कहना है कि, उस बच्चे के पिता पर सात हजार रुपए उधार थे। बार-बार मांगने पर भी नहीं मिले तो इस वारदात को अंजाम दिया।