लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए सूरत से चलाई गईं स्पेशल ट्रेनें
सूरत। कोरोना लॉकडाउन के बीच गुजरात में फंसे अन्य राज्यों के श्रमिकों को घर पहुंचाने के लिए रेलवे द्वारा स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं। अकेले सूरत से 20 श्रमिक ट्रेनें शुरू की गई हैं। यह जानकारी पश्चिम रेलवे के चीफ पैसेंजर ट्रैफिक मैनेजर ने दी। उन्होंने मुख्य परिचालन प्रबंधक से कहा कि सूरत से 20 रेक तैयार करके रखें। पहली ट्रेन ओडिशा के लिए शनिवार शाम ही रवाना हो जाएगी। इस पर रेलवे और कलेक्टर के बीच सहमति बन गई है। यूपी-बिहार के लिए भी श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने की मंजूरी मिल गई है। बता दें कि, सूरत स्टेशन पर ओडिशा के लिए ट्रेन चलाने को लेकर तैयारियां शुक्रवार को ही शुरू हो गई थीं।
जानकारी के अनुसार, गुजरात सरकार की ओडिशा के लिए ट्रेन चलाने की अनुमति के साथ ही रेलवे ने सुबह से दोपहर तक सूरत रेलवे स्टेशन पर बैरिकेडिंग कर दी और सभी अन्य इंट्रेंस को बंद कर केवल मुख्य इंट्रेंस खुला रखा। यहां से स्टेशन परिसर के अंदर तक बैरिकेडिंग की गई और एक-एक मीटर का सोशल मार्किंग भी किया। पहले शुक्रवार शाम चार बजे तक ट्रेन रवाना करने की योजना थी, लेकिन कलेक्टर और रेलवे के बीच बैठक के कारण इस टाइम को रिवाइज कर दिया गया। वहीं, मजदूरों के जरिए कोरोना फैलने की बात को स्वास्थ्य मंत्रालय ने नकार दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज कहा कि, घर लौट रहे प्रवासी कामगारों में कोविड-19 का खतरा नहीं हैं। उन्हें ट्रेनों के जरिए उनके शहर-कस्बों तक पहुंचा जा रहा है।
सूरत से प्रवासी मजदूरों को लेकर बीते दिनों उड़िया समाज द्वारा कुल 1500 लोगों की लिस्ट बनाकर कलेक्टर कार्यालय में दी गई थी। जिसके बाद बीआरटीएस बस आई। हालांकि, वह बिना इन्हें लिए लौट गई। एक मजदूर ने कहा कि, सुबह 11 बजे तक लगभग 1500 प्रवासी पांडेसरा स्थित गणेश नगर के पियूष पॉइंट पर इकट्ठा हो गए थे।हमें ट्रेन से भेजने की जानकारी दी गई और बताया गया है कि बीआरटीएस बसों से स्टेशन तक ले जाया जाएगा। मगर, बस ने हमें नहीं लिया।
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