सुनीता यादव का एक और वीडियो, बोलीं- मैं वर्दी में न होती तो सबकी हड्डियां तोड़ देती
अहमदाबाद। गुजरात के राज्य मंत्री कानाणी के बेटे से विवाद के बाद सुर्खियों में आई लोकरक्षक सुनीता यादव सार्वजनिक रूप से एक के बाद एक ऐसे बयान दे रही हैं, जो कई सवाल उठा देते हैं। इस बार उन्होंने फेसबुक पर एक वीडियो में कहा- ''उस रात वो (मंत्री का बेटा और उसके दोस्त) मुझे शराब पिलाने की बात कर रहे थे। अगर मैं वर्दी में नहीं होती तो उनकी हड्डियां तोड़ देती।'
वो सिर्फ 6 लोग थे, 60-70 होते तो भी हड्डियां तोड़ देती
सुनीता आगे बोलीं- ''इस बात को काफी दिन हो चुके हैं, लेकिन आज भी मुझे नींद नहीं आती है। जैसे ही मैं आंखे बंद करती हूं, मुझे वही लोग और करप्ट अधिकारी दिखाई देते हैं। मैंने जब उनको रोका था तो वो सिर्फ 6 लोग थे, वो 60-70 भी होते तो भी उनकी हड्डियां तोड़ देती। उन लोगों ने मुझे शराब पिलाने की बात कही थी। वो नशे में धुत थे।''
मगर मैं सिस्टम के आगे मजबूर थी
''मैंने पुलिस ट्रेनिंग व एनसीसी में काफी मेहनत की है। मगर मैं मजबूर थी। अब खुद की सुरक्षा के लिए मैं पूरी तरह तैयार हूं। जरूरत पड़ने पर सिस्टम से भी लड़ने की तैयारी कर ली है। उस रातवाली हेल्थ मिनिस्टर साहब की ऑडियो ठीक से सुनोगे तो उसमें भी वह कह रहे हैं कि, उसको एक पेग पिला दो। अगर मैं वर्दी में नहीं होती तो सबकी हड्डियां तोड़कर रख देती।'
8 जुलाई से मैं सो नहीं पाई हूं
सुनीता ने हेल्थ मिनिस्टर पर तंज कसते हुए कहा कि, 'मिनिस्टर साहब अपने बेटे को काबू में रखो। वरना मैं कुछ ऐसा करूंगी कि, वो भले जमानत पर छूट गया हो फिर से अंदर हो जाएगा। मुझे न्याय मिलने में इतनी देर क्यों? कानून इतना कमजोर क्यों है? न्याय की ऊंची कुर्सी पर बैठे लोग मुझे न्याय दिलाएं। महिला अधिकार की बात करने वाले कहां हैं? 8 जुलाई से मैं सो नहीं पाई हूं। मुझे न्याय कब मिलेगा?'
वीडियो में रागिनी यादव का भी जिक्र
इसी वीडियो में सुनीता ने रागिनी यादव का जिक्र किया। उसके बारे में बताते हुए सुनीता बोली- ''मैंने उसका वीडियो देखा था। वह तीन साल से सिस्टम के साथ लड़ रही है। उसके साथ अन्याय हुआ है और मैं उसे सपोर्ट करती हूं। जो कोई भी मुझे सपोर्ट करता है उसको मेरी विनती है कि, वह रागिनी को मदद करे।'
'अन्याय से लड़ने की ताकत रखती हूं'
'मैं तो पुलिसकर्मी होने के कारण अन्याय से लड़ने की ताकत रखती हूं। कुछ पुलिसवाले गद्दार हैं। जो नौकरी तो सरकार की करते हैं, लेकिन असल में भ्रष्ट नेताओं के गुलाम हैं। रागिनी का रेप और मर्डर करने की बाते करने वाले ऐसे अधिकारियों को सलाखों के पीछे डाल देना चाहिए।'
सुनीता यादव चुपके से पुलिस कमिश्नर के ऑफिस पहुंचीं, कुछ देर बाद बिना कुछ बताए लौटीं
'बिना किसी डर के सिस्टम से लड़ूंगी'
सुनीता ने प्रधानमंत्री मोदी को भी निशाने पर लिया। कहा कि, मोदीजी मंदिर बनाना अच्छी बात है, लेकिन अगर आप यह कर सकते हो तो बेटियों की सुरक्षा क्यों नहीं करते हो। मेरी वॉर्निंग है कि, अब अगर देश की किसी भी बेटी से अन्याय हुआ तो मैं इस्तीफा मंजूर होने का इंतजार किए बिना मैदान में उतर आऊंगी और बिना किसी डर के सिस्टम से लड़ूंगी।
जो सामने आएगा, मौत के घाट उतार दूंगी
सुनीता आगे बोली- ''अभी मैं राजस्थान के जैसलमेर में हूं। जिसको जो करना है कर ले। अब मेरे सामने जो भी आएगा उसके हाथ-पैर तोड़कर उसको मौत के घाट भी उतार दूंगी। यह मेरी चेतावनी है, इसे सुनकर अगर मुझे हवालात में डालना है, तो डाल दो।'(सुनीता ने इस दौरान न लिखे जाने लायक शब्दों का भी इस्तेमाल किया।)