50000 वर्ग मीटर भूमि पर बनेगा गुजरात का पहला डिजास्टर प्रिवेंशन-मैनेजमेंट सेंटर, ऐसी होंगी सुविधाएं
सूरत। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने एक ऐसे प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है जिसके पूरा होने पर आपदाओं से निपटने में बड़ी मदद मिलेगी। सरकार सूरत के हजीरा में गुजरात के पहले और अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित डिजास्टर प्रिवेंशन एंड मैनेजमेंट सेंटर को स्थापित कराएगी। इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने खुद स्वीकृति प्रदान की है।

सरकार की ओर से कहा गया कि, हजीरा नोटिफाइड एरिया ने वर्ष 2011 में सुंवाली गांव में जमीन की मांग की थी। हालांकि, 10 साल तक इस पर आगे नहीं बढ़ा जा सका। अब नए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हजीरा में गुजरात के पहले और अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित डिजास्टर प्रिवेंशन एंड मैनेजमेंट सेंटर को बनाने की मंजूरी दे दी है। भू विशेषज्ञों का मानना है कि, सुंवाली में बनने वाले डिजास्टर प्रिवेंशन एंड मैनेजमेंट सेंटर से सचिन और हजीरा के उद्योगों में अनहोनी (आकस्मिक/दुर्घटनाओं की स्थिति) से निपटने में मदद मिलेगी।
बनेगा डिजास्टर प्रिवेंशन एंड मैनेजमेंट सेंटर, दो साल लगेंगे
गुजरात का यह पहला डिजास्टर प्रिवेंशन-मैनेजमेंट सेंटर 50,000 वर्ग मीटर में बनाने की योजना है। और, अधिकारियों का कहना है कि, इस केंद्र को 2 साल के भीतर ही डेवलप कर लिया जाएगा। बताया जा रहा है कि, इस सेंटर में डिजास्टर इंस्टीट्यूट, बर्न्स वार्ड, हेलीपैड, स्टाफ क्वार्टर, मरीन कंट्रोल रूम और एयर एम्बुलेंस सहित कई आवश्यक सुविधाओं वाला अस्पताल होगा। एक अधिकारी ने कहा कि, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इसे स्वीकृति प्रदान की है और इसके लिए हजीरा नोटिफाइड एरिया ने जमीन की मांग की थी।
हजीरा नोटिफाइड एरिया के अधिकारियों के मुताबिक, वे इस सेंटर को हजारों वर्ग मीटर में बनवाना चाहते थे, इसलिए मुख्यमंत्री ने 50,000 वर्ग मीटर में बनाने की मंजूरी दे दी। उन्होंने कहा कि, यह गुजरात का यह पहला डिजास्टर प्रिवेंशन-मैनेजमेंट सेंटर होगा और इसमें डिजास्टर इंस्टीट्यूट, बर्न्स वार्ड, हेलीपैड, स्टाफ क्वार्टर, मरीन कंट्रोल रूम और एयर एम्बुलेंस सहित कई आवश्यक सुविधाओं वाला अस्पताल भी होगा।