गुजरात: भाजपा नेता का दावा- नोटबंदी के वक्त अकेले सूरत में ही हुआ 2 हजार करोड़ का घपला
सूरत। गुजरात के एक भाजपा नेता व आयकर विभाग के पूर्व अधिकारी का दावा है कि, वर्ष 2016 में नोटबंदी के दौरान अकेले सूरत में ही 2 हजार करोड़ का घोटाला हुआ था। यहां कुछ ही समय में काले धन वालों ने अपने काले धन को सफेद कर लिया। यह दावा पीवीएस शर्मा की ओर से किया गया है। उन्होंने कहा कि, 'सूरत के कला मंदिर ज्वेलर्स ने नोटबंदी की घोषणा के बाद पहले दिन करीब 98 करोड़ की ज्वेलरी मनमाने दाम पर बेची। अगले तीन दिन तक सरकार द्वारा बंद किए गए 500 व 1000 रुपये के अवैध नोटों के जरिए उस ज्वेलरी की खरीद-फरोख्त हुई।''
भाजपा नेता के दावे से ज्वेलर्स और बिल्डर्स में खलबली
पीवीएस शर्मा द्वारा गुरुवार सुबह ट्वीट कर यह दावा किए जाने के चंद घंटे बाद ही आयकर विभाग ने उनके घर छापा मारा। वहीं, पीवीएस शर्मा का आरोप है कि कला मंदिर ज्वेलरी के मालिक ने खरीद 110 करोड़ रुपये की ज्वेलरी बेचकर आयकर विभाग को केवल 80 लाख रुपये का टैक्स भरा था।कला मंदिर में आयकर विभाग के सेटेलमेंट कमिश्नर को एक अर्जी देकर बताया कि 33% के बजाए 80 लाख रुपये का टैक्स बनता है तथा सेटेलमेंट कमिश्नर ने भी उनकी अर्जी को मानकर मामले को रफा-दफा कर दिया। बकौल पीवीएस शर्मा, ''हमने इस मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय व सीबीआई से कराने की मांग की है।'
प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को भी टैग किया
इस मामले की खास बात यह भी है कि, पूर्व आयकर अधिकारी पीवीएस शर्मा ने गुरुवार सुबह प्रधानमंत्री व वित्त मंत्री को टैग करते हुए ट्वीट किया था। जिसमें लिखा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2016 में जब देश में मौजूद काले धन को समाप्त करने के लिए नोटबंदी का ऐलान किया था, तो सूरत में करोडों का घोटाला हुआ। कला मंदिर ज्वेलर्स जैसे लोगों ने सरकार की ओर से बंद किए गए नोट लेकर 3 दिन तक सोने की ज्वेलरी की बिक्री की थी। अवैध कालेधन के बदले 110 करोड़ रुपये की सोने की ज्वेलरी बेची गई। फिर आयकर विभाग को करोड़ों रुपये का चूना लगा।
कलामंदिर ज्वेलर्स के मालिक ने दी सफाई
पीवीएस शर्मा के आरोपों पर कलामंदिर जूलर्स के मालिक मिलनभाई शाह अपने बचाव में बयान दिया है। मिलनभाई शाह मीडिया के सामने आए और बोले कि, आरोप बेबुनियाद हैं। हम तो हर तरह की जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं। पीवीएस शर्मा तो एक विवादास्पद अधिकारी रहे हैं, जो ट्विटर पर चोरी के दस्तावेज पोस्ट करते हैं, जो एक आपराधिक कृत्य है। हमने वर्ष 2016-17 में हमारी कंपनी की तुलना में 12 गुना अधिक टैक्स का भुगतान किया है, जिसकी जानकारी आरओसी की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।
हमारा 400 लोगों का स्टाफ, 1300 करोड़ का कारोबार है
मिलनभाई शाह ने भाजपा नेता पर ही सवाल उठाते हुए कहा कि, ''यह पूर्व अधिकारी 15 साल में क्यों सेवानिवृत्त हुए? हमें पता है कि उनके फ्लैट की कीमत 10 करोड़ रुपये से अधिक है। बिना किसी आय के यह कैसे संभव है? कलामंदिर ज्वेलर्स रिटेल में सबसे ज्यादा टैक्स देने वाली कंपनी है। हमारा 1300 करोड़ रुपये का कारोबार है। हमारी कंपनी में 400 लोगों का स्टाफ है। हम गलत नहीं करते। कुछ भी गलत नहीं किया।''