15 दिनों से मुंबई में खड़ी ये महामशीन पहले ही सूरत आ जाती तो नहीं मरते बच्चे, डेढ़ मिनट में पहुंच जाती है 15वीं मंजिल पर
Gujarat News in Hindi , सूरत। गुजरात में सूरत के सरथाणा क्षेत्र के तक्षशिला कोचिंग सेंटर के अग्निकांड के बाद अब आग पर काबू पाने के लिए ऐसी फायर फाइटिंग व्हीकल (बस) लाई गई है, जो महज डेढ़ मिनट में 15वीं मंजिल तक पहुंचकर लोगों को बचा सकती है। यह इतनी विशाल है कि एक साथ 5 लोगों को रेस्क्यू करने की क्षमता है। सूरत महानगर पालिका द्वारा इसे करीब 8 करोड़ रुपए में खरीदा गया है।
15 दिनों से मुंबई में ही थी ये बड़ी फायर सेफ्टी मशीन
महानगर पालिका द्वारा डेढ़ साल पहले जर्मनी को इस फायर फाइटिंग व्हीकल (बस) का ऑर्डर दिया गया था और 15 दिनों पहले ही ये बस मुंबई पोर्ट पर आ चुकी थी। हालांकि, खौफनाक आग की घटना के बाद महानगर पालिका को अब इसकी याद आई। जिसके बाद इसे तुरंत ही पोर्ट की जरूरी कार्रवाई कर सूरत लाया गया है।
चौथी मंजिल से भी स्टूडेंट्स को बचा नहीं पाई थी ब्रिगेड
अगर यह बस मुंबई आने के बाद तुरंत लाई गई होती तो शायद 23 में से ज्यादातर छात्रों की जान बच सकती थी। मालूम हो कि, फायर विभाग के पास चौथी मंझिल पर पहुंचने के लिए कोई साधन नहीं था। बाद में अन्य जुगाड़ करके आग बुझाई गई।
ऐसे लाई गई जर्मनी से
अधिकारियों ने बताया कि हाइराइज बिल्डिंग के लिए फायर विभाग के पास जरूरी साधन नहीं होने के कारण वर्ष 2017 में 55 मीटर हाइट के इक्विपमेंट खरीदने की कार्रवाई की गई। जर्मनी की मागीरस कंपनी को नवंबर-2017 में 8 करोड़ रुपए की लागत की बस का ऑर्डर दिया गया था। जो पिछले महीने से मुंबई पोर्ट में थी। आने वाली 27 से 31 मई तक फायर कर्मचारियों को इस बस के उपयोग का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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