तीन महीने तक नारायण साईं को नहीं मिलेगा एक भी रुपया, जेल में सौंपा गया है यह काम
Gujarat crime News, सूरत। आसाराम का बेटा नारायण साईं उम्रकैद की सजा मिलने के बाद से सूरत की लाजपोर जेल में कैद है। जेल में बतौर कैदी उसे घास काटने के काम पर रखा गया है। तीन महीने तक उसे इस काम की कोई पगार नहीं मिलेगी। आजीवन कारावास के चलते वह कच्चे काम के कैदी से पक्के काम का कैदी बन गया है। हालांकि, जेल एडमिनेस्ट्रेशन का कहना है कि अभी उसने किसी भी तरह का काम नहीं चुना है। प्रायोगिक तौर पर उससे घास कटवाई जा रही है और हफ्तेभर बाद ही कोई पक्का काम सौंपा जाएगा।
बता दें कि, सूरत की अदालत ने बीते दिनों ही नारायण साईं को दुष्कर्म का दोषी ठहराते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी। इससे पहले वह करीब 5 साल जेल काट चुका था। अब वह सूरत की लाजपोर जेल में कैदी नंबर-1750 के रूप में जाना जाता है। उसका पता सी-6 बैरक नंबर सी-6, लाजपोर जेल है। वहीं, आसाराम को भी 2018 में उम्रकैद की सजा हो गई थी।
11
साल
पहले
किया
साध्वी
से
रेप,
अब
ताउम्र
भुगतेगा
जेल
नारायण
साईं
को
उम्रकैद
की
सजा
दुष्कर्म
के
11
साल
पुराने
केस
में
हुई
है।
उस
पर
आरोप
थे
कि
उसने
सूरत
के
जहांगीरपुरा
स्थित
आश्रम
में
साध्वी
को
हवस
का
शिकार
बनाया
था।
वर्ष
2013
में
जहांगीरपुरा
पुलिस
थाने
में
उसके
खिलाफ
शिकायत
दर्ज
हुई।
उसे
अरेस्ट
कर
सीधे
जेल
भेज
दिया
गया।
इसके
बाद
मई
2019
में
उसके
मामले
की
जब
सुनवाई
हुई
तो
जज
ने
उसे
उम्रकैद
दी।
जेल
एडमिनेस्ट्रेशन
के
मुताबिक,
घास
काटने
के
एवज
में
अभी
नारायण
साईं
को
तीन
महीने
तक
एक
रुपया
भी
नहीं
दिया
जाएगा।
उसे
जब
परमानेंट
काम
मिलेगा,
तब
रोज
70
रुपए
के
हिसाब
से
पगार
दी
जा
सकेगी।
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