गरबा पर बैन से खफा पाटीदारों ने भाजपा के भोज-कार्यक्रम में अंडे फेंके, बोले- ऐसी दावत क्यों उड़ी?
सूरत। गुजरात सरकार ने इस बार कोरोना महामारी के कारण गरबा व दशहरा मेले आयोजनों की अनुमति नहीं दी है। इससे काफी लोग खफा हैं। ऐसे में जब शहर के योगी चौक में रविवार रात भाजपा द्वारा स्नेह भोज कार्यक्रम का आयोजन किया गया तो पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) के कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। इन लोगों का कहना था कि, जब गरबे की अनुमति नहीं दी तो ऐसी दावत का आयोजन क्यों किया जा रहा है जिसमें भीड़ एकत्रित हुई? कार्यकर्ताओं ने इस दौरान खूब नारेबाजी की और साथ ही भोज कार्यक्रम में अंडे भी फेंके।
हो-हल्ला मचता देख वहां से भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सी आर पाटिल समेत अन्य दिग्गज नेता चुपचाप प्रोग्राम छोड़कर चले गए। संवाददाता ने बताया कि, उक्त जगह कार्यक्रम शुरू होने के बाद जे.वी ककड़िया का भाषण चल रहा था। तभी पास कार्यकरो ने अंडे फेंककर हंगामा मचाना शुरू किया और सवाल उठाया कि, कोरोना के नाम पर लाखों लोगों की आस्था से जुड़े गरबे की मंजूरी नहीं दी गई, लेकिन भाजपा को यह स्नेह भोज आयोजित करने की मंजूरी कैसे और किसने दी?
इस विरोध की जिम्मेदारी पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति (पास) ने ली। पास कन्वीनर धार्मिक मालवीया का कहना है कि, कोरोना काल में गरबा रुकवाने वाली सरकार के नेता अपने सियासी कार्यक्रमों में भीड़ जुटा रहे हैं। मालवीय ने स्वीकारा कि इसी के विरोध में रात 8 बजे कार्यकर्ताओं ने अंडा फेंका। अंडा सी. आर. पाटील व जेवी काकडिय़ा के पैर के पास गिरा था।
ज्ञातव्य है कि, घारी बगसरा खांभा विधानसभा क्षेत्र में जे. वी. काकड़िया के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। इस मौके पर भाजपा ने विजय विश्वास सम्मेलन आयोजित किया। इसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटील, मंत्री हकूभा जडेजा, कुमार कानाणी, मेयर जगदीश पटेल, वीडी झालावाडिया, दर्शना जरदोष, कांति बलर, घोघारी सहित कई नेता मौजूद थे।