‘पुलिस वालों ने मेरा सहारा छीन लिया', महिला ने थाने में हुई पति की मौत पर कमिश्नर को सुनाया दुखड़ा
सूरत. गुजरात में सूरत के वराछा थाने में एक 48 वर्षीय शख्स की मौत हो गई। उसकी पत्नी ने मौत के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए दुखड़ा रोया। पुलिस आयुक्त से गुहार लगाते हुए पति की मौत मामले में निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की। महिला ने कहा, 'पुलिस वालों ने मेरा सहारा छीन लिया।' वहीं, सहायक पुलिस आयुक्त सी.के. पटेल ने कहा, 'इस मामले में कुछ भी संदिग्ध नहीं है। मृतक के शरीर पर किसी तरह की चोट के कोई निशान नहीं मिले। मौत मिर्गी के दौरे की वजह से होने की आशंका है, लेकिन प्राइमरी पोस्टमार्टम में इसका पुख्ता कारण सामने नहीं आया है। डॉक्टर्स ने बॉडी सैंपल लिए हैं।'
मृतक की पहचान वराछा रीवर व्यू अपार्टमेंट निवासी मृतक दिनेश मोदी (48) के रूप में हुई। उसकी पत्नी निशा मोदी का कहना है कि, पति को पुलिसवालों ने मारा है। उसने कहा कि, सिपाहियों ने मेरा सहारा लिया।अब मैं अपने दो बच्चों की गुजर बसर कैसे करूंगी। मेरे पति अश्वनी कुमार रोड़ पर गोशाला के निकट खमण बना कर बेचते हैं। मंगलवार को भी वह खमण की रेहड़ी पर बैठे थे। उसी दौरान ऑटो रिक्शा में पुलिस वाले आए और उन्हें उठा ले गए। वे कोई जुआ नहीं खेलते थे और न ही कोई अड्डा चलाते थे। थाने जाने पर पुलिस वालों ने कहा कि 151 की कार्रवाई होगी। 500 रुपए दो, घंटे भर बाद ही छोड़ देंगे। उसके बाद उन्हें थाने बुलाया और ऑटो रिक्शा में दिनेश को स्मीमेर ले गए। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित किया।'
महिला ने कहा कि, मुझे पुलिस वालों ने कहा कि तुम्हारे पति को मिर्गी का दौरा पड़ा था। जिसकी वजह से उनकी मौत हुई, लेकिन ऐसी कोई बीमारी उन्हें नहीं थी, न ही पहले कभी मिर्गी का दौरा पड़ा था। महिला ने आरोप लगाया कि पुलिस वालों ने उन्हें प्रताडि़त किया होगा। जिसकी वजह से उनकी मौत हुई। बुधवार को मृतक के पोस्टमार्टम के बाद दिनेश के परिजनों ने मामले की निष्पक्ष जांच नहीं होने तक दिनेश का शव लेने से इनकार कर दिया। अस्पताल परिसर में हंगामा हुआ।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, मृतक दिनेश के खिलाफ जुआ खेलने के दो मामले दर्ज हो चुके थे। मंगलवार को उसे 151 के लॉ तहत हिरासत में लिया गया था। वहीं, उसने दम तोड़ दिया।
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