यहां भगवान कृष्ण और राधा की झांकी बनाते हैं अली शेर, आधी रात को बांटते हैं प्रसाद
सुल्तानपुर। उत्तर प्रदेश में सुल्तानपुर के अली शेर पिछले दो दशकों से जन्माष्टमी मना रहे हैं। वर्ष 1998 में बाबूगंज बाजार में नहर के बगल अपने संयोजन में श्रीकृष्ण की झांकी लगाकर आधी रात कान्हा का जन्म होने पर प्रसाद वितरण करते थे। अब करीब सात सालों से वे अपने पैतृक गांव खेड़ी डोडापुर में फैजाबाद-सुलतानपुर हाइवे के किनारे भगवान श्री कृष्ण व राधा रानी की झांकी स्थापित कर जन्माष्टमी का त्यौहार धूमधाम से मनाते हैं।
गोसाईंगंज थाना क्षेत्र के खेड़ी डोडापुर गांव निवासी अली शेर यूं तो मुस्लिम धर्म के अनुयायी हैं। लेकिन गीता के उपदेश व श्री कृष्ण के प्रेम के वे दीवाने हैं। अलीशेर को यह प्रेरणा दल सिंगार यादव से मिली। दल सिंगार और अली शेर के बीच गहरी दोस्ती है। शुरूआत में दल सिंगार कृष्ण जन्माष्टमी पर झांकी लगाकर अपना त्यौहार मनाते थे। नजदीकी होने पर अली शेर भी आयोजनों में बढ़ चढ़ हिस्सा लेने लगे। धीरे-धीरे वह जन्माष्टमी के त्यौहार को धूमधाम से मनाने लगे। क्षेत्र के लोग अली शेर के ऐसे आयोजन की तारीफ करते नहीं थकते।
अबकी बार भी शेर अली ने कृष्ण जन्माष्टमी पर तैयारियां पूरी कर ली हैं। 24 अगस्त की रात 12 बजे एक बार फिर कान्हा अलीशेर के घर जन्मेंगे। वह बताते हैं की अबकी बार कृष्ण जन्म होने के बाद विशेष तैयारियां हैं। जन्म होते ही बधाइयां बजेंगी और सोहर भी गाया जाएगा। देर रात तक लंगर में लोग प्रसाद ग्रहण कर सकेंगे। अलीशेर ने बताया कि उनके धर्म के लोग उनके इस आयोजन में शरीक होने से बुरा नही मानते, बल्कि उन्हें प्रोत्साहित करते हैं।