सुल्तानपुर मर्डर: विवाहिता से अवैध संबंधों में तीसरी हत्या, अब आशिकी की बलि चढ़ा युवक!
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सुल्तानपुर। न्यायिक अधिकारियों के बंगले, प्रशानिक अफसरों के घर, 50 कदम की दूरी पर पुलिस चौकी और 250 मीटर की दूरी पर एसपी ऑफिस। पॉश इलाके और वीआईपी जोन के बीच जल निगम कैम्पस में एक युवक की रात में हत्या हो जाती है और पुलिस को कानों कान खबर तक नहीं होती है। ये हाल है मेनका गांधी के संसदीय क्षेत्र सुल्तानपुर का, जहां एक युवक को स्कॉर्पियो सवार बेखौफ बदमाशों ने गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया।
प्रेमिका के पति की हत्या का अरोपी था चांद बाबू
युवक चांद बाबू की हत्या की घटना एक विवाहिता से अवैध संबंध को लेकर जोड़ी जा रही है। इस मामले में पहले भी दो लोगों की हत्या की जा चुकी है। बता दें कि 21 फरवरी को मुसाफिरखाना कोतवाली के कादूनाला स्थित पूरे प्रेमशाह के पास सड़क किनारे जिले में तैनात सिपाही फहीम की लाश मिली थी। लाश के करीब में ही एक स्कूटी भी टूटी हुई अवस्था में पाई गई थी। पुलिस से लेकर हर कोई इसे एक्सीडेंट मान रहा था। पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मृतक के पिता मोहम्मद अयूब की तहरीर पर 279 और 304A के तहत मामला दर्ज किया था। इसके बाद एसपी अमेठी अनीस अहमद अंसारी ने एडिशनल एसपी राहुल राज और सीओ मुसाफिरखाना को मामले के खुलासे के लिए लगाया था। ढाई महीने के प्रयास के बाद पुलिस की पूरी टीम को मंगलवार को बड़ी सफलता हाथ लगी। पुलिस ने मृतक सिपाही फहीम की पत्नी परवीन बानो और उसके आशिक चांद बाबू को हिरासत में लिया। दोनों से अलग-अलग पूछताछ करने पर पुलिस के सामने जो तथ्य सामने आए उसे सुनकर पुलिस भी दंग रह गई।
चांद बाबू ने सिर पर हथौड़े से किया था वार
पुलिस के मुताबिक, 20 फरवरी 2017 की रात सिपाही फहीम जब ड्यूटी कर रात को घर पर पहुंचा तो यहां पत्नी परवीन ने पहले उसे खाने में नींद टेबलेट देकर उसे बेहोश कर दिया था। इसके बाद तकिए से पत्नी परवीन और उसके आशिक चांद बाबू ने मुंह दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया था। यहां से साक्ष्य मिटाने के लिए आशिक चांदबाबू ने मृतक के बेटे मोहम्मद कैफ के साथ लाश को स्कूटी पर लादा और सीधे मुसाफिरखाना के कादूनाला के पास स्थित पूरे प्रेमशाह के पास सड़क किनारे उसे फेंक दिया। यही नहीं लोगों के शक को दूर करने के लिए यहां चांदबाबू ने सिपाही फहीम के सिर पर हथौड़े से प्रहार किया और फिर स्कूटी को क्षतिग्रस्त करते हुए लाश के बगल में डाल दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद चांद बाबू ने अपने दोस्त अरविंद उर्फ गल्लूचा को यहां बुलाया, जो अपनी पल्सर बाइक से मौके पर पहुंचा और दोनों को ले जाकर घर पर छोड़ा।
अवैध संबंधों के चक्कर में तीसरी हत्या!
बेटे चांद बाबू को बचाने के लिए टैक्स कलेक्टर इबरार पैरवी कर रहे थे। ठीक सात महीने बाद 13 सितंबर 2017 को टैक्स कलेक्टर इबरार की हत्या कर दी गई थी। हत्या में शामिल सिपाही के भाई शमीम समेत कई लोगों को पुलिस ने बीते दिनों गिरफ्तार कर जेल भेजा था। गुरुवार को को चांद बाबू की हत्या भी इसी कड़ी में जोड़कर देखा जा रहा है।
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