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यूपी पुलिस: 5 बेटियों की दुखभरी दास्तान सुनकर SI ने दिखाई दरियादिली

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सुल्तानपुर। पिछले कुछ समय से यूपी पुलिस की छवि लोगों के बीच कोई खास अच्छी नहीं बनी हुई है। अपने कारनामों के जरिए सुर्खियां बटोरने वाली प्रदेश की पुलिस का एक और चेहरा सामने आया है। दरअसल यूपी के सुल्तानपुर में सालभर पहले मां-बाप का एक्सीडेंट हो जाने से चार बेटियां अनाथ हो गई थीं, गुरबत ऐसी कि जिंदगी में अंधेरा हो गया हो। इन बच्चियों का गुजारा कैसे हो इसके लिए परिवार से लेकर प्रशासन का दिल पत्थर हो गया था। ऐसे में दरियादिली दिखाते हुए सुल्तानपुर के एक एसआई मदद के लिए आगे आए हैं।

sultanpur sub inspector took blanket and cash when he heard about the sad story of 5 girls

बच्चियों की मदद के लिए बढ़ाया कदम,साल पहले अनाथ हुई थी बच्चियां

दरअसल बीते मंगलवार को चौकी इंचार्ज बरौसा दया शंकर मिश्र को उनके ड्राइवर सुनील दत्त तिवारी ने बताया कि पिछले साल इसी दिन एक गरीब परिवार बिखर गया था। एक रोड एक्सीडेंट में जयसिंहपुर क्षेत्र के चकसोरा निवासी नंदू व उसकी पत्नी सिगारी देवी को मौत हो गई थी। जिसकी पांच बेटियां थीं, जिसमें रिंकी की शादी हो चुकी है, बाकी प्रतिमा, शालिनी, शिवानी और शिवांगी हैं। बता दें कि न तो विधायक और न ही प्रशासन से इस परिवार को आजतक किसी भी प्रकार की मदद मिली है।

sultanpur sub inspector took blanket and cash when he heard about the sad story of 5 girls

इस बात को जानकर एसआई दया शंकर मिश्र को झकझोर कर रख दिया। सब इंस्पेक्टर ने हाल गाड़ी स्टार्ट कर सिपाही के साथ मार्केट गए और वहां से कंबल आदि खरीद कर सीधे नंदू के घर पहुंचे। उन्होंने बेटियों को 1100 कैश के साथ कंबल भी दिए।

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आपको बता दें कि 3 दिसंबर 2017 की रात नंदू के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था। कटका-अम्बेडकर नगर हाइवे पर सड़क दुर्घटना में साइकिल सवार दंपति की घटना स्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई थी। हादसे में दंपति की मौत के बाद पूरा उनका परिवार बिखर सा गया था। बता दें कि उस समय नंदू मजदूरी करके अपनी पांच बेटियों के साथ अपने दिव्यांग बड़े भाई बिरजू के परिवार का भी भरण-पोषण करता था।

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English summary
sultanpur sub inspector took blanket and cash when he heard about the sad story of 5 girls
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