कोरोना पॉजिटिव पिता की मौत के बाद बेटे ने अंतिम संस्कार से किया इनकार, तीन दिन तक पड़ा रहा शव
सुल्तानपुर। उत्तर प्रदेश में बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के बीच एक बेटे ने अपने पिता का शव लेने से इनकार कर दिया। इससे पुलिस-प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। दरअसल, 18 जून को सुल्तानपुर जिले के कादीपुर कोतवाली क्षेत्र के कादीपुर खुर्द में एक 55 वर्षीय अधेड़ प्राइवेट कार से मुंबई से अपने घर पहुंचे थे। घर पहुंचते ही 19 जून की सुबह उनकी मृत्यु हो गई थी। स्वास्थ्य टीम ने अधेड़ का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा था। रविवार 21 जून को अधेड़ की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी, तभी से शव मॉर्च्यूरी में रखा हुआ था।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 55 वर्षीय अधेड़ के शव को लेने और अंतिम संस्कार करने से बेटे ने इनकार कर दिया। बेटे द्वार शव लेने से इनकार करने पर पुलिस-प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। एसडीएम ने शव को घाट पर पहुंचवाया तो यहां डोम ने भी दाह संस्कार से मना करते हुए हाथ जोड़ लिए। जिसके बाद अधिकारियों और डोम में कहा-सुनी भी हुई। हालांकि, एसडीएम सदर रामजी लाल ने डोम को समझा बुझाकर शव का अंतिम संस्कार करने के लिए राजी किया। डोम को स्वास्थ्य विभाग की ओर से किट उपलब्ध कराई गई। इसके बाद शाम को शव का अंतिम संस्कार कराया जा सका।
तीन
दिन
तक
पड़ा
रहा
शव
दरअसल,
मृतक
अधेड़
के
कोरोना
पॉजिटिव
होने
के
चलते
शव
का
अंतिम
संस्कार
कोरोना
प्रोटोकॉल
के
तहत
होना
था।
लेकिन
जब
प्रशासनिक
अमला
परिजनों
के
पास
शव
का
अंतिम
संस्कार
कराने
के
लिए
पहुंचा
तो
परिवार
वालों
ने
शव
का
अंतिम
संस्कार
करने
से
मना
कर
दिया।
मंगलवार
दोपहर
एसडीएम
की
निगरानी
में
एक
एंबुलेंस
से
मृतक
का
शव
शहर
स्थित
सीताकुंड
घाट
पर
भेजा
गया,
तो
यहां
कोरोना
से
जुड़ा
मामला
देख
डोम
ने
भी
हाथ
जोड़
लिए।
वहीं
मोहल्ले
वासियों
ने
भी
शव
का
अंतिम
संस्कार
करने
का
विरोध
किया।
घंटों
की
मशक्कत
के
बाद
किसी
तरह
शव
का
अंतिम
संस्कार
कराया
गया।
क्या
बोले
अधिकारी?
एसडीएम
सदर
रामजीलाल
ने
बताया
कि
मृतक
की
जांच
रिपोर्ट
कोरोना
पॉजिटिव
आई
थी।
जिसके
वजह
से
परिवार
वालों
ने
अंतिम
संस्कार
से
मना
कर
दिया।
परिवारीजनों
ने
सोमवार
की
रात
स्वास्थ्य
विभाग
को
लिखित
सूचना
देते
हुए
शव
लेने
से
इनकार
कर
दिया
था।
स्वास्थ्य
विभाग
से
मंगलवार
को
सूचना
मिलने
पर
तहसीलदार
को
भेजकर
डोम
को
निर्देशित
किया
गया।
डोम
ने
उन्हें
मना
कर
दिया।
इसके
बाद
स्वास्थ्य
व
पुलिस
टीम
के
साथ
पहुंचकर
डोम
को
राजी
किया
गया।
डोम
को
किट
समेत
अन्य
उपकरण
उपलब्ध
कराकर
शासन
की
गाइडलाइन
के
तहत
शवदाह
कराया
गया।