सुल्तानपुर में एक साथ उठे तीन जनाजे, मचा था कोहराम, लेकिन नहीं पहुंचीं 'मां' मेनका
सुल्तानपुर। धम्मौर के हाजी गांव में बुधवार को उस समय कोहराम मच गया जब एक साथ तीन जनाजे उठे। भीड़ में सुल्तानपुर से बीएसपी प्रत्याशी रहे चंद्रभद्र सिंह सोनू भी शामिल थे, लेकिन खुद को जिले वासियों की मां बताने वाली सांसद मेनका गांधी दौरा समाप्त कर लखनऊ निकल चुकी थीं। इस पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया भी की है। इस बीच चंद्रभद्र सिंह ने कहा, 'मैं कल भी सुल्तानपुर का बेटा था और अब भी हूं, लेकिन मां वो केवल हमें हराने के लिए आई थी।' बता दें कि ठीक एक साल पहले जयसिंहपुर के अमदेवा गांव में भी कुछ ऐसी ही घटना हुई थी। घटना के चार दिन बाद 12 जून को सांसद वरुण गांधी सुल्तानपुर आए थे और वो गांव में पीड़ित परिवार को सांत्वना देने पहुंचे थे।
आकाशीय बिजली से तीन बच्चों की मौत
बता दें कि जिले के धम्मौर थाना क्षेत्र के हाजी पट्टी गांव में मंगलवार शाम आकाशीय बिजली की चपेट में चार बच्चे आ गए थे। इसमे सलीम और नदीम ने मौके पर दम तोड़ दिया था, जबकि अस्पताल पहुंचकर सोहेल ने भी इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया था। एक अन्य घायल अजय को लखनऊ रेफर किया गया था। उसने भी बुधवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, एसओ धम्मौर ने इसकी पुष्टि की है।
गांव में मचा कोहराम
पोस्टमार्टम के बाद शव गांव पहुंचे तो वहां कोहराम मच गया। फिर एक साथ तीन जनाजे उठे तो हर आंख छलक उठी। मौके पर कई राजनैतिक दलों के नेताओं के साथ मेनका गांधी के प्रतिद्वंद्वी रहे चंद्रभद्र सिंह सोनू भी पहुंचे, लेकिन जिले के तीन दिवसीय दौरे पर होने के बावजूद मेनका गांधी नहीं पहुंचीं। इस पर पत्रकारों ने जब चंद्रभद्र सिंह से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि उनको किसी से कोई सरोकार नहीं, वो केवल मुझे हराने के लिए मां बन कर आई थीं, लेकिन मैं कल भी सुल्तानपुर का बेटा था और आज भी और कल भी रहूंगा।
क्या बोले बीजेपी जिलाध्यक्ष
वहीं, इस मामले में जब बीजेपी जिलाध्यक्ष जगदीश सिंह छनगू से बात की गई तो उन्होंने कहा कि शायद सांसद जी को जानकारी नहीं थी। अगर जानकारी होती तो वो वहां पहुंचती। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता वहां मौजूद हैं।
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